अरमानों भरी एक बार फिर आई है रात ।
होगी एक बार फिर दिल से दिल की बात।।
बातें होंगी दिल खोल दिल से दिल की।
ब्याँ होंगे आँखों से भी दिल के जज्बात।।
बरसों बीते हैं साथ साथ रहते हुए ।
साथ गुजारे हैं ,रहे कैसे भी थे हालात।
गुजर गए हैं मुश्किलों के पल अब तो।
अब तो गूँजेंगे बस प्यार भरे नगमात।
अब तो यही है तमन्ना, भूल जाएं गम सारे।
और गुजरें प्यार से आने वाले लम्हात।
3.01Pm 08 Feb 2021
Wajiwa
ReplyDeleteThanks ji
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