Wednesday, 28 April 2021

1630 Ghazal गज़ल :कब मुझे तुम गले लगाओगे ।

 2122 1212 22

Qafia Aao,काफि़या  आओ

Radeef ge,रदीफ़ गे

अपना कब तुम मुझे बनाओगे।

जान कब तक मुझे सताओगे ।


आ के नज़दीक दूर जाते हो ।

कब मेरे दिल को घर बनाओगे ।


दूरियाँ सब मिटा के तुम बोलो ।

कब मुझे तुम गले लगाओगे ।


छोड़कर जाते ज्यूँ रहे अब तक ।

ऐसे तो छोड़कर न जाओगे ।


प्यार हो जो गया तुम्हें हम सा ।

जान आँसू न तुम बहाओगे।


प्यार हमसे किया, करो वादा ।

के हमें तुम न आज़माओगे।

12.32pm 27 April 2021

7 comments:

  1. जब देखा रूहानी ग़ज़ल के आईने में जमाने का जज्बा जज्बात कभी आंसुओ ने गमे हाल सुनाया कभी मुस्कान ने हाले दिल सुनाया मल्लिकाये ग़ज़ल की क्या बात वाह वाह वाह।

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  2. सुन्दर।अति उत्तम।

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