Saturday, 12 June 2021

1675 रक्तदान महादान

रक्तदान से बड़ा नहीं है ,

जीवन में कोई दान ।

है धरा पर कीमती ,

हर इंसान की जान।


रक्तदान करना है सेवा,

सेवा का प्रण है लेना।

रक्तदान कर बचा सकते हैं,

कितनों की हम जान।


मनुष्य जीवन मिला है तुमको 

कर लो तुम कुछ उपकार।

दान किया ही तो आएगा ,

आखिर अंत समय में काम।


रक्तदान करके जब तुम, 

बचाओगे किसी की जान ।

संतुष्टि होगी मन के भीतर ,

और बड़ेगा सम्मान।

6.43pm 12 June 2021

2 comments:

  1. प्रेरक कविता शब्दो को सरल जरूर रखा है और तुकबन्दी भी ऊत्तम है। आप इससे हेल्थ मिनिस्टर को टैग कर सकती है। मैने 6 बार रकतदान किया है,2 बार इमरजेंसी में।

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