Friday, 15 October 2021

1800 राम जी घर आए (राम भजन)

 रामजी घर आए ।2

खुशी चारों और छाए।

 रामजी घर आए।


रावण का था वध किया।

सीता को आजाद किया ।

तोड़ घमंड रावण का ,

लंका जीत के आए ।

राम जी घर आए।


सुग्रीव को था राज दिया ।

भवीषण का राज्यभिषेक किया ।

सब जन हो सुरक्षित ,

यह आश्वासन दिलाए।

 राम जी घर आए।


अयोध्या में थे दीप जले ।

अयोध्या वासी गले मिले ।

खुशियों का लगा अंबार ,

सब जन थे हर्षाए।

राम जी घर आए।


हर साल आता है यह दिन ।

दीपक करते हैं झिलमिल ।

सुरक्षित हो हर कोई ।

ऐसा दिन भी आए ।

राम जी घर आए।

 6.36pm 15 Oct 2021

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