Wednesday, 26 August 2020

1385 बिन तेरे मेरा ,कहाँ गुजारा

 मुझे बस एक तेरा ही सहारा था। 

बिन तेरे मेरा ,कहाँ गुजारा था।


रात दिन कटता था, बस साथ तेरे ।20

तेरे बिन एक पल भी न गवारा था ।


तेरे हौंसले से जीता था जिंदगी ।

तू ही कश्ती , तू ही किनारा था ।


जलते थे लोग हमारे प्यार से।

जब साथ एक दूसरे को हमारा था।


आ जाते थे एकदम पास तुम्हारे  ।

जब होता तुम्हारा एक इशारा था।


जिंदगी मजे़ में थी साथ तुम्हारे ।

तुमसे बिछड़ कर बड़ा खसारा(नुकसान)था।


 बदल गई थी लकीरें किस्मत की।

 उलझनों ने यूँ पैर पसारा था ।


जब किस्मत ने छोडा़ साथ हमारा तो ।

हर किसी ने हर तरफ से नकारा था।


मुझे बस एक तेरा ही सहारा था। 

बिन तेरे मेरा ,कहाँ गुजारा था।


12.56pm 26 Aug 2020

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