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Thursday, 9 February 2023

2285 अँधेरा खुशियों में बदल गया

 खिल खिलाई रोशनी जब।

अंँधेरा खुशियों में बदल गया।

गम का माहौल था चारों तरफ।

सब खुशी में बदल गया।

इसलिए,

न बेठ मन मसोस कर तन्हाई में।

खुशी में बदल जाएंगे सब पल गम के।

जो काटे आज तक तन्हाई में।

8.08pm pataya 9 Feb 2023

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