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Monday 23 October 2023

2541 नथनी

 नाक की नथनी लिश्कारे मारे।

यार दिल अपना कैसे न हारे।

मटक मटक कर फिरे जवानी।

इश्क मोहब्बत हिचकोले मारे।

हो जाए एक बार इश्क जो।

दिन में देखे यार फिर तारे।

यह दुनिया है चार दिन की।

जिया वही जो मौजें मारे।

11.37pm 23 Oct 2023

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