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Wednesday, 5 February 2020

1182 तेरी याद

लाख भुलाया भूल ना पाया मैं ही जानता हूँ।,
 वक्त तेरी याद में है कैसे गुजारा, आज भी।

रात काटी तारे गिन गिन चाँद ने साथ छोड़ दिया,
 चाँदनी छुप गई, अंधेरा उसने पसारा आज भी।

 तेरी हसरत में  सनम,  गमों के जाम हम पीते रहे,
ना मिला मेरी हसरतों को कोइ किनारा आज भी।

बिताया समां याद कर अपने मिलन के लम्हों का,
याद है मिलन का मुझे वह हर एक नजारा आज भी।

आज तक न छोड़ी मैंने मिलन की आस,सोचता हूँ,
कब चमकेगा मेरी किस्मत का सितारा आज भी ।


1.07pm 5 Feb 2020

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