Followers

Monday, 23 November 2020

1474 गज़ल : Gazal:आ पास मेरे गम से गर तू चूर है(Aa paas mere gam se gar too choor hai)Come close, I will crushedyour sorrow

 2212.  2212.    2212

काफि़या (Qafia)  ऊर Urr

रदीफ़ (Radeef)  है Hai

थोड़ा ही कुछ पाते ही तू मगरूर है ।

क्या ये ही दुनिया का यहांँ दस्तूर है।

 

मैं दूर कर दूँगा परेशानी तेरी ।

आ पास मेरे गम से गर तू चूर है।


मिल जाएगा सब मुश्किलों का हल तुझे।

 मत समझना के तू यहां मजबूर है।

  

तू माने तो है पास मंजिल तेरी और

 और जो न माने तो ये बहुत ही दूर है।

3.20pm 23 Nov 2020

Thoda hi kuchh paate hi. tu magaroor hai .

Kya ye hi duniya ka yahaann dastoor hai.

Main door kar doonga pareshaanee teree .

Aa paas mere gam se gar too choor hai.

Mil jaega sab mushkilon ka hal tujhe.

 Matt samajhana ke too yahaan majaboor hai.

Tu maane to hai paas manjil teri aur

Aur jo na maane to ye bahut hi door hai.

(English Meaning) 

Your ego boost, as soon as you get anything.

Is this the way of the world here


I will clear your problem

Come close, I will crushedyour  sorrow.

You will find a solution to all the problems.

 Do not think that you are forced here.

If you believe  your destination is near,it is

And those if do not agree, it is far away.

3 comments:

Unknown said...

बहुत उत्तम।

काफि़या (Qafia) ऊर

रदीफ़ (Radeef) है, इसका क्या मतलब है

Unknown said...

बहुत सुन्दर।अपने साथी का विश्वास अर्जित करने वाली।
काफि़या (Qafia) ऊर

रदीफ़ (Radeef) है, इसका क्या मतलब है?

Dr. Sangeeta Sharma Kundra "Geet" said...

जब हम ग़ज़ल लिखते हैं तो उसके कुछ नियम होते हैं उस ग़ज़ल में काफिया और रदीफ़ होते हैं पहले शेर को मतला कहते हैं । जिस में काफिया डिसाइड होता है ।जो हर शेर की दूसरी लाइन में राइमिंग देने के लिए रिपीट होता है।रदीफ काफिए के साथ दूसरी लाइन में काफि़ये के साथ आता है