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Thursday, 17 December 2020

1498 गज़ल : Gazal :शाम देखो रात में ये ढल गई है(Sham dekho raat mein ye dhal gaee hai.)Look at the evening, it has changed in the night.

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काफिया अल Qafia al

रदीफ : गई है Radeef Gai Hai

आते ही उनके शमा ये जल गई है।

शाम देखो रात में ये ढल गई है।


पास आए मुस्कुरा के हैं वो देखो।

लगता है के दाल मेरी गल गई है।


बात मेरी बन गई है जबसे उनसे।

तब से दुनिया देखकर ये जल गई है


बहुत संभल कर हैं हिलाते वो कमर को 

बचते बचते ही देखो खा वो बल गई है।

10.16am 17 dec 2020

Aate hee unake shama ye jal gaee hai.

Sham dekho raat mein ye dhal gaee hai.


Paas aae muskura ke hain vo dekho.

Lagta hai ke daal meree gal gaee hai.


 2122 2122 2122

Baat meree ban gaee hai jabase unse.

Tab se duniya dekhakar ye jal gaee hai


Bahut sambhal kar hain hilaate vo kamar ko 

Bchate bchate hee dekho kha vah bal gaee hai.

(English  Meaning) 

As soon as he comes, it lightens everywhere .

Look at the evening, it has changed in the night.


Look at the smile that has come near.

I feel like ,now its ok with them.


The matter has become solved,  since.

People envy me since then


Shake the waist  carefully while walking 

 She has become strong,but still cant escape injury shaking waist. 



3 comments:

Unknown said...

मुझे तो यह गजल/ कविता बहुत अच्छी लगी, बहुत पसंद आई, इसमें ताजगी भी है।
इसका सिकुएन्से भी बहुत उत्तम है।
हीरे की कीमत तो जौहरी ही जानता है।
मैडम आप अपने क्षेत्र की छोटी बड़ी म्यूजिक कम्पनियों से संपर्क करें। उससे आपका कृतित्व अधिक लोगों तक पहुंचेगा।
आप बहुत भिन्न विषयों पर लिख सकती हैं।
मुझे लगता है कि आप दी हुई सिचुएशन पर भी लिख सकती हैं।
धन्य हो।

Dr. Sangeeta Sharma Kundra "Geet" said...

थन्यावाद 🙏🙏🙏

Dr. Sangeeta Sharma Kundra "Geet" said...

यह सब तो किस्मत की भी बातें होती है बहुत से लोग बहुत अच्छा काम करते हैं पर कोई ही है जिसको पहचान मिलती है देखते हैं वक्त क्या दिखाता है ।
आपका मेरे लिए इस तरह सोचने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद