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Monday 11 April 2022

1978 जिंदगी है इम्तिहान लेने पे आमादा

 वक्त यूं ही बदलता रहेगा ।

सफर जिंदगी का चलता रहेगा ।

आएंगे कई मोड राहों में लेकिन ,

इंसान गिरता संभलता रहेगा।


बड़ी ख्वाहिशेः इंसान की रहेंगी ।

कई ख्वाहिशें भी पलती रहेंगी ।

कई होती रहेंगी पूरी ,

कई हाथ मलती रहेंगी।


दुनिया तो है इक मुसाफिर खाना ।

लगा है सब का आना जाना ।

खुश रहना तू रख अपना मकसद ,

बाकी यहीं का यहीं है रह जाना।


जिंदगी है इम्तिहान लेने पे आमादा।

मत सोच ज्यादा ,कर ले जो है चाहता ।

कर ख्वाहिशें पूरी जो हो सकें तेरी ।

खुश रहने का कर जिंदगी से तू वादा।

10.59 pm 11 April  2022


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