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Tuesday, 21 February 2017

K2 0057 जिंदगी तूने धोखा दिया(Zindagi Tune dhoka diya)

जिंदगी तूने यह क्या किया
दिल लेके तूने धोखा दिया
जो तेरा हो गया था जिया
उसे तूने लौटा दिया
जिंदगी तूने यह क्या किया......।
बहारों के आने पे बाग खिलना था
कलियाँ आई थी बागों में,
तूने उनको खिलने न दिया।
जिंदगी तूने यह क्या किया.....।।
आशियांँ बन रहा था दो फूलों का,
भंवरे ने आस लगाई थी,
मधु तूने उसे इन फूलों का पीने न दिया।
जिंंदगी तूने यह क्या किया......।
 खुशियांँ मिली थी मुझे,
उसे क्यों तूने इस तरह बर्बाद किया,
मंजिल तक पहुंँचने न दिया।
जिंदगी तूने यह क्या किया
57. 20 July 1989
Zindagi Tune Dhokha Diya
Zindagi Tu Ne Ye Kya Kiya
Dil Leke tu ne dhoka diya,
Jo Tera Ho Gaya Tha Jiya,
Use Tu Ne Luta Diya.
 Zindagi Tune Ye Kya .....
Baharon Ke Aane Se Baag khilna tha,
Kalian aai  the bagon mein,
Tune unko Bhi khilnein Na Diya.
Zindagi Tu Ne Ye Kya Kiya...
Aashiya Ban raha tha do Phoolon Ka,
Bhanware ne aas Lgayi Thi,
Madhu tu ne use in Phoolon Ka peeinay Na Diya.
Zindagi Tu Ne Ye Kya Kiya..
Khushiyan Mili Thi Mujhe
Use Kyun Tu ne Is Tarah Barbad Kiya
Manzil tak Pahunchne Na diya
Zindagi Tune Ye Kya Kiya...

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