तेरे पीछे छोड़ दी दुनिया ,
और तू कहता है प्यार नहीं।
दावे करता है तू मोहब्बत के ,
और मेरा कुछ कहना तुझे दुश्वार नहीं।
जो तू चाहे वही हो ,
ऐसा हमेशा होता नहीं।
नाव डोलेगी ही इधर-उधर ,
जब तक हाथ में पतवार नहीं।
तेरी बातें तू ही समझे ,
हमसे चाहे तू सुझाव नहीं।
औरों को तू क्या रोकेगा ,
जब खुद पर तुझे इख्तियार नहीं।
समझ तुझे तब आएगा ,
जब होगा उसका कुछ लाभ नहीं।
डूँडेगा तब तू हमें ,
जब होंगे हम आस पास नहीं।
4.15pm 7 Dec 2019 Saturday
और तू कहता है प्यार नहीं।
दावे करता है तू मोहब्बत के ,
और मेरा कुछ कहना तुझे दुश्वार नहीं।
जो तू चाहे वही हो ,
ऐसा हमेशा होता नहीं।
नाव डोलेगी ही इधर-उधर ,
जब तक हाथ में पतवार नहीं।
तेरी बातें तू ही समझे ,
हमसे चाहे तू सुझाव नहीं।
औरों को तू क्या रोकेगा ,
जब खुद पर तुझे इख्तियार नहीं।
समझ तुझे तब आएगा ,
जब होगा उसका कुछ लाभ नहीं।
डूँडेगा तब तू हमें ,
जब होंगे हम आस पास नहीं।
4.15pm 7 Dec 2019 Saturday
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