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Wednesday, 25 December 2019

1140 प्यार का एहसास

नफरतें जो दूर हुई ,प्यार का समा बंथा।
दूर थे जो सब, आ गये वह पास पास।
खिल उठे हैं चेहरे सब ।
जो कल तक थे, उदास उदास।

यूँ ही नफरतों से दूर हों सब।
मोहब्बतें हो जब आसपास।
हर तरफ खुशी रहे,
ना रहे कोई उदास उदास।
11.33pm 25Dec 2019 Wednesday 

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