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Wednesday, 22 November 2017

375 हमारी खता (Hamari Khata)

खता हम करें तो खाता है।
खता वो करें तो अदा है।
हम जो चाहें उनको तो वो हवस है।
वह जो चाहें उनको तो प्यार है।
चाहूँ जो मैं उन्हें, तो हमारी गरज़ है।
चाहें जो वो, तो ये उनकी वफा़ है।
उनकी हर अदा को वफा का नाम देते हैं वो।
हमारी वफ़ा भी उनके लिए जफा़ है।
काश ! वो भी समझ पाते मेरे इस दिल को।
जो कब से उन पर यूं मिटा है।
कह देते हमसे वो बेहिचक आकर।
दिल में जो उनके, मेरे लिए जो गिला है।
फिर यूँ तो ना मिलता फिर ये गम,
जो हमें उनकी बेरुखी से मिला है।
375 24Sept 1992
Khata hum kare toh khata hai.
Khata Vo Karen Tu Aada Hai.
 Hum jo chahe unko to vo Hawas hai.
Wo jo chahe unko Tu Pyar Hai.
Chahun Jo main tumhe toh Hamari garage hai.
Chahe Jo Vo Toh Yeh Un ki Wafa.
Unki Har Ada Ko Wafa Ka naam date hai woh.
Hamari Wafa bhi unke liye zfa Hai.
Kaash ! woh bhi samajh Pate Mere Is Dil Ko.
Jo kab se un par youn meeta Hai.
Keh Det Humse Vo behichuck Aakar.
Dil Mein Jo unke Mere Liye Gila Hai.
Yun to na Milta Phir Ye Gham.
Jo Hume unkey berukhi Se Mila Hai.

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