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Sunday, 26 November 2017

379 प्यार के काबिल (Pyar Ke Kabil)

तुम नहीं थे मेरे प्यार के काबिल।
तभी तो यूँ खो दिया मुझे।
जो ना दे सके प्यार के बदले में प्यार।
फिर क्यों  चाहें हम उसे।
तड़पोगे तुम एक दिन मुझे यूँ खो के।
रह भी नहीं पाओगे तुम किसी के हो के।
दीया है जैसे तुमने मुझे दगा।
यूं ही दे जाएंगे तुम्हें अपने धोखे।
अब ना आ पाओगे कभी तुम हमारे करीब।
बंद कर दिए हैं हमने रोशनी के सब झरोखे।
अभी तो तुमने पाया ही पाया है जिंदगी में।
ये एहसास तुम्हें तब होगा, जब,
चले जाएंगे तुम्हारे अपने, तुम्हें छोड़ के।
तब याद आयेगी हमारी।
सोचोगे तुम कि काश वो दिन आज होते।
तो हम खून के आँसू यूँ ना रोते।
379 30Sept 1992


Tum nahi the Mere Pyar Ke Kabil.
Tabhi Toh Yun Kho Diya Mujhe.
Jo Na De sake Pyar Ke Badle Me Pyar.
Phir Kyun Chahen Hum Use.
Tadapoge Tum Ek Din Mujhe yun kho k .
Reh bhi nahi paogi Tum Kisi Ke Ho k.
Diya Hai Jo tumne mujhe Daga.
Yun hi De Jayenge Tumhe Apne Dhoke.
Ab Na Aaoge Kabhi Tum Hamare Kareeb.
Band Kar Diye Hain Humne Roshni Ke Sab Jharokhe.
Abhi toh Tumne Paya Hi Paya Hai Zindagi Mein.
Yeh Ehsaas Tumhe Tab Hoga, Jab,
Chale jayenge Tumhare Apne Tumhe Chhod Ke.
Tab Yaad Aayegi Hamari.
Sochoge Tum ki Kaash Woh Din Aaj Hote.
To hum Khoon ke Aansu Yun na Rote

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