Followers

Friday, 22 February 2019

835 पढ़ने और सीखने का फ़र्क (Padne or Seekhne Ka Phark)

फ़र्क है, सीखने में ,और पढ़ने में।
 पढ़ कर हम भूल जाते हैं, सीख कर नहीं।
पढ़कर मिलेगी नौकरी पर,
 बन पाएगा वह अच्छा इंसान नहीं।

पढ़ाया तो जाता है सब,
 पर सिखाया जाता कुछ नहीं।
याद कर रहे हैं गांधी के स्वच्छता के नियम।
 पर बैठे हैं जिस टाट पर ,वह साफ नहीं।

परिभाषा जब बनाई किसी ने एक चीज़ की।
 और दूसरा उस पर सही उतर पाया नहीं।
गलत है वह क्यों....वह है अलग परिस्थिति से।
हो सकता है, वह अलग परिस्थिति में हो सही।

क्यों अलग मानते हैं हम एक दूसरे को।
क्यों मानते हम एक दूसरे को अपना पूरक नहीं।
पास आओ, सबको लाओ एक दूसरेे के रूबरू।
ताकि सब जान पाएं,वो एक हैं,अलग नहीं।

आओ बढ़ाएं सीखने और सहयोग की भाषा।
बनाएं शिक्षा को प्रतियोगिता का स्थान नहीं।
ज्ञान पाएं, ज्ञान बांटें, देश को आगे बढ़ाएं।
ज्ञान पर जो देंगे ध्यान , होगा देश का सम्मान तभी।

आओ कुछ सोचें, जो बदले गलत सोच को।
निकलें अतीत से, अतीत में रहे नहीं।
आज का सोचें ,छोड़े धर्म, जात और पात को।
शिक्षा दें ऐसी जो बनाए इंसान को इंसान, मशीन नहीं।
4.25pm 22Feb 2019 Friday
Farak Hai sikhne Mein Aur Padhne Mein.
Padh Ke Hum Bhul Jate Hain seekh kar nahi.
Padh ke Milegi Naukri par,
Ban payega wo Accha Insaan nahi.

Padaya Tu Jata Hai Sab.
Per SikHya Jata kuch nahi.
Yaad kar rahi hai Gandhi ke swachata ke Niyam.
Par baithe Hain Jis Taat Pe wo saaf nahi.

Paribhasha Jab Banai Kisi Ne Ek cheez ki.
Aur dusra us par Sahi Utar Payaa Nahi.
Galat hai wo Kyon, Veh hai Alag paristhiti se.
Ho sakta hai wo alag paristhiti mein ho sahi.

Kyon Alag maante Hain Hum Ek Doosre ko.
Kyo mante Hum Ek Doosre ko Apna purak nahi.
 Pass laao Sabko ,laao Sabko Rubroo.
Jo Sab Jaan  Paayen Woh Ek Hain alag nahi.

Aao Badayen sikhne aur sehyog  ki bhasha.
Banaen shiksha ko Pratiyogita ka Sathan nahi.
Gyan paen, Gyan Baanten, Desh ko Aage Badhayen.
Gyan par jo diyaan Denge ,Hoga desh ka samman tabhi.

Aao Kuch Sochen, Jo  Badle galat Soch ko.
 Niklen Atit se,Atit Mein Rahe Nahin.
Aaj ka Sochen,  Chhode Dharm, Jaat Orr Paat Ko.
Shiksha De Aisi Jo Banaya Insaan ko Insaan, machine nahi.

No comments: