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Wednesday, 27 February 2019

841 हम शेर की दहाड़ हैं ( Hum sher ki dahad hain)

ठोक कर दुश्मनों को,
 सीना चौड़ा कर दिया।
जो हिमाकत की तुमने,
उसका तुम्हें सिला दिया।


खामोश हैं हम तो,
 कमजोर हमें ना समझना।
हम भी कलेजा रखते हैं,
 यह हमने तुम्हें दिखा दिया।

हम शेर की दहाड़ हैं,
एक बार ही गरजते हैं।
भौंकते नहीं कुत्तों की तरह ,
यह तुम्हें ,बता दिया।

सोए शेर को जगाने की ,
अब भूल तुम ना करना।
 वर्ना फिर यह सोचेगा ,
यह मैंने क्या किया...।
1.14pm 27 Feb 2019 Wednesday
Thok kar dushmano ko,
Sina chauda Kar Diya.
Jo Himakat ki tumne,
Uska Tumhe Sila Diya.

Khamosh Hai Hum To,
Kamzor Hame na samajhna.
Hum bhi kaleja rakhte Hain,
Yeh Humne Tumhe dikha diya.


Hum sher ki dahad hain,
Ek Baar Hi Garzte Hain.
Bhonkte Nahi Kutton Ki Tarah,
Yeh Tumhe ,Bata Diya.


Soye share ko jagane ki,
Ab Bhool Tum Na Karna.
Varna Phir Ye Sochega ,
 Yeh Maine Kya Kiya....

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