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Tuesday, 31 December 2019

1146 तारीखें बदलती हैं (Taareekhen badalatee hain)Dates change

तारीखें बदलती हैं,  दिन वही रहते हैंं।
जिंदगी के सिलसिले चलते रहते हैं।
तारीखें बदलने से ज़िदगी नहीं बदलती,
जिंदगी बदलने के लिए तो,
रास्ते लंबे  चलने पड़ते हैं ।

कर कुछ कमाल की जिंदगी बदल जाए।
तारीख बदलने के साथ-साथ,
 जिंदगी की कहानी बदल जाए।
फिर हम अकेले ना हो इस राह में,
कारवाँ बन जाए फिर चलते चलते।
10.50pm 31 Dec 2019


Taareekhen badalatee hain,  din vahee rahate hainn.
Jindagee ke silasile chalate rahate hain.
Taareekhen badalane se zidagee nahin badalatee,
Jindagee badalane ke lie to,
Lambe raaste  chalane padate hain .

Kar kuchh kamaal kee jindagee badal jae.
Taareekh badalane ke saath-saath,
Jindagee kee kahaanee badal jae.
Phir ham akele na ho is raah mein,
Kaaravaan ban jae phir chalate chalate.

(English Translation )

Dates change, days remain the same.
Life goes on.
Changing dates does not change life
To change life,
We have to walk long distances.

Do some amazing life changes.
Along with changing the date,
 Let the story of life change.
Then we are not alone in this path,
People will join you it will become karwaan. 

Monday, 30 December 2019

1145 बेताब है दिल (Betaab Hai Dil) My heart is beating

शोख हसीना, कातिल ज़ुलफें ,
ऐसे में हम, क्यों ना उलझें।
खो दें हम फिर होश अपना,
देखें जब वो, कातिल नज़र से।

हम तो हारे सब कुछ अपना,
देखा उनको जब, पहली नज़र से।
गुज़रना उनका मस्त अदा से,
आँखों में फिर गुस्सा उस पे।

बैठे-बैठे सोचें अब तो ,
कैसे सहें हम उनकी अदाएं ।
बेताब हमारा दिल है इतना,पर,
हाल की उनके, न हमको खबर है।

8.00pm 30 Dec  2019 Monday



Shokh haseena, kaatil zulaphen ,
aise mein ham, kyon na ulajhen.
Kho den ham phir hosh apana,
Dekhen jab vo, kaatil nazar se.

Ham to haare sab kuchh apana,
Dekha unako jab, pahalee nazar se.
Guzarana unaka mast ada se,
Aankhon mein phir gussa us pe.

Baithe-baithe sochen ab to ,
Kaise sahen ham unakee adaen .
Betaab hamaara dil hai itana,par,
Haal kee unake, na hamako khabar hai.

(English Translation)

Cute Lady with killer Hair,
In such a situation ,
why should I not get involved.
I lose my consciousness ,
when she, see from her murderer's eye.

I lose everything including heart,
when I saw her  at  first glance.
She looks so hot when she looks back,
with anger in her eyes .

Sitting now,I am thinking
How can we bear her
Our heart is desperate, but
I dont know about her. .


Sunday, 29 December 2019

1144 वो दिन भी क्या दिन थे (Vo Din Bhee Kya Din The)What were those days

वो दिन भी क्या दिन थे,
जब रहते थे खोये खोये।
तुम ही ख्वाबो में आते थे,
इन नैनों में सोए सोए।

मैं गीत प्यार के गाता था,
उन्हीं यादों में सो जाता था ।
फिर ख्वाब तुम्हारे सजते थे,
फिर साया प्यार का आता था।

वह यादें भी बीत गई,
बिछड़ के मेरी प्रीत गई।
अब तन्हा तन्हा रहता हूँ,
कब आएगी रीत नयी।

कब आलम यह बदलेगा,
कब मन फिर मेरा मचलेगा।
कब मिलेगा साथी मझे नया,
कब समां यह फिर बदलेगा।
10.13pm 29 Dec 2019 Sunday


Vo din bhee kya din the,
Jab rahate the khoye khoye.
Tum hee khvaabo mein aate the,
In nainon mein soe soe.

Main geet pyaar ke gaata tha,
Unheen yaadon mein so jaata tha .
Phir khvaab tumhaare sajate the,
Phir saaya pyaar ka aata tha.

Vah yaaden bhee beet gaee,
Bichhad ke meree preet gaee.
Ab tanha tanha rahata hoon,
Kab aaegee reet nayee.

Kab aalam yah badalega,
Kab man phir mera machalega.
Kab milega saathee majhe naya,
Kab samaan yah phir badalega.

(English  Translation)

What were those days ,
When i was in fantasy
I  dreamt of you ,
When I Slept Thinking of you.

I used to sing songs of love,
Used to sleep in those memories.
Then your dream was decorated
Then came the shades of love .

All memories  passed,
My love fell apart.
Now I live alone,
When new things will  happen.

When will it change,
When will I fall in love again.
When will I get a new partner
When will it change again?

Saturday, 28 December 2019

1143 वक्त बदलता रहता है

घूम गई एक ही पल में,
जिंदगी की फिल्म आँखों के सामने।
सोचकर लगा फिर,
बहुत कुछ किया है, जिंदगी की छाँव में।
कुछ पल अच्छे गुजरे,
कुछ पल ऐसे जो पड़े थे गुजारने।
फिर भी अच्छा है,
ना आए वापिस जो पल पड़े गुजारने।
वक्त बदलता रहता है,
गम ,खुशी होते रहते हैं आमने सामने।
जब कभी थम जाए साँस,
हो बस वही सामने,मेरा हाथ थामने।
9.22pm 28 Dec 2019 Saturday

Friday, 27 December 2019

1142 तेरा ख्याल

मेरी जान तुम हो कमाल,
हर दम है बस यही ख्याल।
तुम दूर हो मुझसे,
मुझे है यही मलाल।

आँखों में तेरी  है जादू।
जिसे देख दिल है बेकाबू।
क्या करूँ इन धड़कनों का,
अब है यही सवाल।

तेरे ख्यालों में खोया,
रहता हूं खोया खोया।
 उबर ना पाता हूँ मैं,
छाया है कैसा जाल।

कर कुछ तो करम,
टूटे मेरा यह भरम,
या पा लूँ मैं तुझे ,
या छोड़ दूँ ख्याल।
11.12pm 27 Dec 2019

Thursday, 26 December 2019

1141 रंगीन मुलाकातें

मिले जो हम तुम,
रंगीन हो गया  समां।
बातों बातों में,
वक्त का पता ना चला।

दुख सुख सब बांटे हमने।
दिल खोलकर अपने रख दिए।
यूँ खो गए एक दूसरे में,
सब अपने वहाँ हो लिए।

यूँ होता है देखो यारों का प्यार ,
मिलते ही उनसे आ जाती है बहार ।
खिल जाते हैं मन इस तरह ,
होता है बस प्यार प्यार प्यार।
10.52pm 26 Dec 2019

Wednesday, 25 December 2019

1140 प्यार का एहसास

नफरतें जो दूर हुई ,प्यार का समा बंथा।
दूर थे जो सब, आ गये वह पास पास।
खिल उठे हैं चेहरे सब ।
जो कल तक थे, उदास उदास।

यूँ ही नफरतों से दूर हों सब।
मोहब्बतें हो जब आसपास।
हर तरफ खुशी रहे,
ना रहे कोई उदास उदास।
11.33pm 25Dec 2019 Wednesday 

Tuesday, 24 December 2019

U1139 ज़श्न ए महफिल (Zashn e Mehfil)

ज़श्न ए महफिल आबाद है।
यहाँ का ज़र्रा ज़र्रा शाद है।
खिलते रहें बज़म के फूल यूँ ही।
बस एक यही फरियाद है।

हुस्न और इश्क की बातें हैं।
सुहानी चाँदनी रातें हैं।
सब चले जाएंगे फिर अपने रस्ते,
कुछ पल की मुलाकातें हैं।

कोई खुश है कोई गमगीन है।
कोई दे रहा तस्कीन (सांत्वना) है
किसी का दामन बुझा बुझा ,
किसी का रंगीन है।

दुनिया का यही रंग रेला है।
भीड़ में भी आदमी अकेला है।
करता रहता है बयान हाल ए दिल,
फिर भी खत्म होता नहीं झमेला है।
6.42pm 24 Dec 2019

Zashn e mahaphil aabaad hai.
Yahaan ka zarra zarra shaad hai.
Khilte rahen bazam ke phool yun hi.
Bas ek yahee phariyaad hai.

Husan aur ishk kee baaten hain.
Suhaanee chaandanee raaten hain.
Sab chale jaenge phir apane raste,
Kuchh pal kee mulaakaaten hain.

Koi khush hai koi gamageen hai.
Koi de raha taskeen (saantvana) hai
Kisee ka daaman bujha bujha ,
Kisee ka rangeen hai.

Duniya ka yahee rang rela hai.
Bheed mein bhee aadamee akela hai.
Karataa Rehata  hai bayaan haal e dil,
Phir bhee khatm hota nahin jhamela hai.
(English Translation)

Party is ful lon funfilled.
Every corner is filled with life.
Flowers keep on blossoming  like this.
This is the only wish.

There are talks about beauty and love.
It is beautiful moonlight night.
Everyone will leave then on their way,
There are only some moments of meeting.

Somebody is happy, someone is inconsolable.
Someone is giving comfort to other
Some are colorless
Someone's colorful.

This is the color of the world.
The man is alone in the crowd.
Man diclose all his feelings
Still pain does not end

Monday, 23 December 2019

1138 अधूरा इश्क (Adhoora Ishk)Incomplete love

जख्म इश्क करने पर मिलेंगे मालूम था।
इसीलिए फूलों का सहारा लिया हमने।

हम सब हदें तोड़ कर बड़े तुम्हारी ओर,
पर ज़रा भी सहारा ना दिया तुमने।

नहीं मालूम किस तरह करें यह सफर,
किस ओर जाती है सड़क यह इशारा ना दिया तुमने।

बहुत संभाला मैंने दिल को तुम्हारे लिए।
फिर भी चैन ना लेने दिया इस दिल ने।

किस तरह जियूँ मैं बिन तेरे प्यार के।
जबसे कर लिया है किनारा तुमने।
8.22pm 23 Dec 2019

Jakhm ishk karne par milenge maaloom tha.
Iseelie phoolon ka sahaara liya hamane.

Ham sab haden tod kar bade tumhaaree or,
Par zara bhee sahaara na diya tumane.

Nahin maaloom kis tarah karen Yeh Safar,
Kis or jaatee hai sadak Yeh ishaara na diya tumane.

Bahut sambhaala maine dil ko tumhaare liye.
Phir bhee chain na lene diya is dil ne.

Kis tarah jiyoon main bin tere pyaar ke.
Jabase kar liya hai kinaara tumane.

(English Translation)
Incomplete love
I knew my heart get wounded for love.
That's why I take help of  flowers.

I break the limits and grow towards you,
But you did not support me at all.

Do not know how to go this way,
On which side does the path of love goes.

I handled my heart a lot .
Still this heart did not find peace.

How can I live without your love?
Ever since you have taken the edge.

Sunday, 22 December 2019

P1137 रंग बदलते मौसम (सर्दी और धुंध का बसेरा)

सर्दी के मौसम ने ऐसा घेरा है।
हर तरफ धुंध का बसेरा  है।

 कुछ नजर दूर तक   आता नहीं।
ठंड में आदमी काम कर पाता नहीं।

बाँध के बैठा है, बस हाथ पाँव।
हर आदमी का यही हाल क्या शहर क्या गाँव।

कब ठिठुरन होगी कम, बैठा है इंतजार में ।
देख रहा है रंग बदलते मौसम के, इस संसार में।

पतझड़ सावन यह संसार , गर्मी सर्दी मौसम चार।
 रंग बदलते मौसम के हरदम रहती नहीं बहार।
9.07pm 22Dec 2019

Saturday, 21 December 2019

PozU1136 सफेद चमकती बर्फ से सजी वादियाँ

सजाया है वादियों को सफेद चमकती बर्फ ने।
किस करीने से सजी है पहाड़ों की चोटियों पे ये।

सीढ़ीदार खेतों पर पड़ी जैबरा सी दिखाई देती है।
कभी लहरिया सी चुनरी ओढ़े दिखाई देती है ।

 बढ़ते हुए आगे आगे  इन घुमावदार सड़कों पर।
खो जाता हूँ देखते हुए वृक्षों  की ऊंची लंबाई को।

ये सोच कर हैरान हूँ, कौन है इस रचना का चित्रकार।
कर दी है वह चित्रकारी, जिसका मन में भी ना आए विचार।
8.35pm 21 Dec 2019 Saturday

Friday, 20 December 2019

PozU 1135 सफेद चादर फैली है हरी वादियों में (Safed chaadar phailee hai hareevaadiyon mein)White sheet spreads in green valley.

सफेद चादर फैली है हरी हरी वादियों पे।
मन क्यों नहीं हो जाता इसी तरह शांतीमय।

आंखें भी पाती है सुकून दृश्य अनुपम देखकर।
मन क्यों नहीं हो जाता शांत यह सब देख कर।

प्रकृति किस तरह संवारती रहती है खुद को।
मानव क्यों नहीं संवार पाता है इसी तरह खुद को।

पशु पक्षी हर परिस्थिति में शांत हो घूमते हैं।
 मानव क्यों परिस्थितियां बदलते ही बदल जाते हैं।

आओ सीखें प्रकृति से , संभालते रहना खुद को।
 हर परिस्थिति में, शांत होकर रहना और रखना खुद को।
7.30pm 20 Dec 2019 Friday



Saphed chaadar phailee hai haree haree vaadiyon pe.
Mann kyon nahin ho jaata isee tarah shaanteemay.

Aankhen bhee paatee hai sukoon drshy anupam dekhakar.
Mann kyon nahin ho jaata shaant yah sab dekh kar.

Prakrti kis tarah sanvaaratee rahatee hai khud ko.
Maanav kyon nahin sanvaar paata hai isee tarah khud ko.

Pashu pakshee har paristhiti mein shaant ho ghoomate hain.
Maanav kyon paristhitiyaan badalate hee badal jaate hain.

Aao seekhen prakrti se , sambhaalate rahana khud ko.
Har paristhiti mein, shaant hokar rahana aur rakhana khud ko.


(English Translation)

The white sheet spread over the green valley.
Why doesn't the mind become peaceful like this.

The eyes also get relaxed seeing the unique scene.
Why doesn't the mind become calm after seeing all this.

How nature keeps itself so calm.
Why doesn't a human find himself like this?

Animal birds roam around in every situation.
 Why humans change as circumstances change.

Come learn from nature, keep on managing yourself.
 In every situation, keep calm and keep peaceful.

Thursday, 19 December 2019

U1134 ख्वाब मुकम्मल हो .वस्ल ए यार का (Khwaab mukammal ho vasl e yaar)Meeting with beloved

मयस्सर नहीं मुझे कुरबत तेरी।
बस यही बदनसीबी है मेरी।

नसीब वालों को हासिल है सूरत ए नायाब।
एक हम हैं कि  सजाए बैठे हैं बस ख्वाब।

नवाज़िश होगी कभी तेरी, यह सोच रखता हूँ।
मोजज़ा ए रब होगा कभी ,इस पर यकीन रखता हूँ।

तगाफु़ल हो कर तेरा यूँ तबस्सुम बिखेरना।
मुंतज़िर हूँ, हो मेरी किस्मत में भी, यह तस्वीर देखना।

ख्वाब मुकम्मल हो .वस्ल ए यार का और मुझे  मिले साहिल।
ए खुदा लिख तकदीर कुछ ऐसी की हो जाए सब हासिल।
12.07pm 19 Dec 2019 Thursday
मयस्सर available ,    कुरबत closeness
नायाब Precious,    नवाज़िश kindness
मोजज़ा miracle,     तगाफुल Negligence
तबस्सुम smile,       मुंतज़िर awaiting
मुकम्मल complete, वस्ल ए यार Meetin beloved
Mayassar nahin mujhe kurabat teree.
Bas yahee badanaseebee hai meree.

Nseeb vaalon ko haasil hai soorat e naayaab.
Ek ham hain ki  sajae baithe hain bas khvaab.

Navaazish hogee kabhee teree yah soch rakhata hoon.
Mojaza e rab hoga kabhee is par yakeen rakhata hoon.

Tagaaphul ho kar tera yoon tabassum bikherana.
Muntazir hoon, ho meree kismat mein bhee, yah tasveer dekhana.

Khvaab mukammal ho .vasl e yaar ka aur mujhe  mile saahil.
E khuda likh takadeer kuchh aisee kee ho jae sab haasil.

(English Translation)
Your company is not available to me.
This is  My bad Luck.

Those who are destined to see you are lucky.
 We are just dreaming of this.

Day will come
And miracle will happen.

You look beautiful when you smile. .
I want you to see in that moment.

I want my dream come true
And meet you. 

Wednesday, 18 December 2019

U1133 महफिलें सजती रहें (Mehaphilen sajatee rahen)May get togethers be always there

महफिलें सजती रहें यूँ ही।
खुशियां  बढ़ती रहें यूँ ही।
छाई रहे हर तरफ  बहार।
दुआएं मिलती रहें हज़ार।

मिलते रहे दोस्त यूँ ही ।
कटते रहें गम यूँ ही।
सजते रहें जश्न यूँ ही।
लगता रहे खुशियों का अंबार।
7.17am 19 Dec 2019

Mehaphilen Yunhi sajatee rahen.
Khushiyaan yoon hee badhatee rahen.
Chhaee rahe har taraph  baahar.
 Duaen tumhen miltee rahe hazaar.

Milte rahe dost yoon hee .
Katate rahen gam yoon hee
Sajte rahen jashn yoon hee.
Lagata Rhe khushiyon ka ambaar.

(English Translation)
May friends meet and greet ever
Happiness continued to increase .
There should be fun everywhere.
 May you continue to pray.

Keep on meeting like this.
May sadness extinguished
May get togethers be always there
There seems to be a lot of happiness.

Tuesday, 17 December 2019

1132 (बेटा पढ़ाओ संस्कार सिखाओ )संस्कार दोनों को बराबर दो(Sanskaar Dono Ko Braabar Do)Sanskaar should be Put in both

माँ,शक्ति का रूप है हम।
पर ,परवरिश हमारी शक्तिशाली नहीं।
लजा लजा कर रहना सिखाया।
इसीलिए सब ने हमको डराया।

मुझ में जो ताकत थी माँ,
उसको तुमने बचपन में ही दबाया ।
बेटों को माहौल खुला देकर,
उनको तो दबंग बनाया।

अगर मेरी भी होती वैसी परवरिश,
तो ना ऐसे नजर रख पाते वो।
संस्कार जो मुझे दिए हैं,
बेटों को भी देते, तो न हमें डराते वो।

अब इसे बदलने में तो,
एक पीढ़ी लग जाएगी।
बचपन संभालना होगा बेटों का,
और बेटियों का भी पोषण करना होगा।

तभी समान इज्जत से दोनों,
 एक दूसरे के समक्ष खड़े होंगे।
फिर न डर एक दूसरे का होगा,
 दोनों एक दूसरे के पूरक होंगे।

शिक्षा और पोषण एक समान दो,
संस्कार दोनों में बराबर डालो।
समाज को दोनों पर अभिमान हो।
ऐसा सुंदर हमारा  समाज हो।
6.15pm 17Dec 2019 tuesday


Maa shakti ka roop hai ham.
Par ,paravarish hamaaree shaktishaalee nahin.
Laja Laja kar rahana sikhaaya.
Iseelie sab ne hamako daraaya.

Mujh mein jo taakat thee maan,
Usko tumane bachapan mein hee dabaaya .
Beton ko maahaul khula dekar,
Unako to dabang banaaya.

Agar meree bhee hotee vaisee paravarish,
To na aise najar rakh paate vo.
Sanskaar jo mujhe die hain,
Beton ko bhee dete, to na hamen daraate vo.

Ab ise badalane mein to,
Ek peedhee lag jaegee.
Bachapan sambhaalana hoga beton ka,
Aur betiyon ka bhee poshan karana hoga.

Tabhee samaan ijjat se donon,
 Ek doosare ke samaksh khade honge.
Phir na dar ek doosare ka hoga,
 Donon ek doosare ke poorak honge.

Shiksha aur poshan ek samaan to
Sanskaar donon mein baraabar daalo
Samaaj ko donon par abhimaan ho
Aisa sundar hamaara  samaaj ko

(English Translation)
We are the form of mother power.
However, raising us is not powerful.
Taught to be ashamed.
That's why everyone scared us.

Mother,there was strength in me,
You pressed it in childhood.
By opening the atmosphere to the sons,
Made them overbearing.

If I were also brought up like that,
He would not have been able to Scare us.
Sanskars given to me,
He wouldnot intimidate us if he had given sanskaar.

Now to change it,
It will take a generation.
Childhood of boys have to handle carefully,
And daughters will also have to be nurtured.

Only then both with respect each other
 Will stand in front of each other.
Then there will be no fear of each other,
 The two will complement each other.

Education and nutrition should be equal.
Sanskaar should be Put in both .
Then Society will proud of both.
Then only we get  a beautiful  society.

Monday, 16 December 2019

Poz1131 धुंध छाई है (Dhund chhai hai)Fog hasbeen dominated

धुंध देखो किस तरह छाई है,
हर चीज धुंधली दी दिखाई  है।
कुछ भी दिखता अब साफ नहीं।
धुंध छटने की भी आस नहीं।

ऐसे ही  दुनिया की आँखों पर,
अँधेरा नफरत और जुल्मों का छाया है।
लाख कोशिशों के चलते भी,
 इंसान सुधर न पाया है।

नफरत जुल्म ओ सितम की धुंध में,
करता रहता यह काले काम।
जाने कब इन सब से,
इंसान पाएगा ,आराम।

आओ इस धुंध को हटाएं।
जिससे नफरत के अंधेरे छट जाएं।
इंसान इंसान को देखे साफ।
हो हर इंसान के साथ इंसाफ।
8.14pm 16 Dec 2019 Money
Dhund dekho kis tarah chhai hai,
Har cheej thunthalee dee dikhaee  hai.
Kuchh bhi dikhta ab saaf nahin.
 Dhund chhatne ki bhi aas nahin.

Aise hi  duniya ki aankhon par,
Andhera nafarat aur julmon ka chhaaya hai.
Laakh koshishon ke chalte bhi,
 Insaan sudhar na paaya hai.

Nafarat julm o sitam ki dhundh mein,
karta Rehata yeh kaale kaam.
Jaane kab in sab se,
Insaan paega ,aaraam.

Aao is dhundh ko hataen.
Jisse nafarat ke andhere chhat jaen.
Insaan insaan ko dekhe saaph.
Ho har insaan ke saath insaaf.
(English Translation)
Look how the fog has dominated,
Everything is seen to be fainted.
Nothing looks clear now.
There is no hope of clearing of fog.

Like this on the eyes of the world,
The  dark shadow of hatred is all around.
Even after a million attempts,
 Man has not been able to improve.

In the mist of hate and oppression,
Keeps doing black work.
Dont Know, when from all this,
Human will find comfort.

Let's remove this mist.
So that the darkness of hate can be removed.
People see humanity clearly.
And every human being get Justice in the world.


Sunday, 15 December 2019

1130 याद तेरी सताए (Yaad teri satae)Your memories sadend me

बैठा हूँ सुध खोया मैं,
जाने किन यादों में खोया मैं।
याद तेरी सताए मुझे,
यादों को ऐसे संजोया मैं।

तू अब सता ना मुझको।
झलक अपनी दिखा जा मुझको।
तड़पता हूँ तेरे बगैर मैं,
बाहों में अपनी ले ले मुझको।

शाम सुहानी बीत गई।
याद तेरी मुझसे जीत गई।
रुला गई वह मुझे कदर,
पर, जीत मेरी प्रीत गई।

कैसी याद है तेरी जाना
मैंने खुद को भी ना पहचाना
 खोया रहा बस तुझ में मैं
खुद को तुझ में तुझको खुद में जाना।
9.12pm 15 December 2019 Sunday

Baitha hoon sudh khoya main,
Jaane kin yaadon mein khoya main.
Yaad teree satae mujhe,
Yaadon ko aise sanjoya main.

Tu ab sata na mujhako.
 Jhalak apanee dikha ja   mujhako.
Tadapata hoon tere bagair main,
Baahon mein apanee le le mujhako.

Shaam suhaanee beet gaee.
Yaad teree mujhase jeet gaee.
Rula gaee vah mujhe kadar,
Par, jeet meree preet gaee.

Kaisee yaad hai teree jaana
Mainne khud ko bhee na pehachaana
Khoya raha bas tujh mein main
Khud ko tujh mein tujhako khud mein jaana.

(English Translation)
I am sitting lost,
Dont know in which memories I lost.
Your memories sadend me,
I cherished memories like this.

You don't bother me anymoreb
 Show me your glimpse
I yearn without you,
Take me in your arms.

The evening was pleasant.
Your memories won .
Youmade me cry so,
But my love won.

While rememberIng you
I lost myself.
 lost in such a way that
Feel myself in you and you in me.


Saturday, 14 December 2019

E1129 दूर रहकर भी तेरे पास (Dur Rehakar bhee tere Pass)Feeling close staying away

काँपती हुई ठंड में भी , तेरी यादें,
ले आती है मुझ में,गर्मी का एहसास।

दूर रहकर भी तेरे बारे में सोचना,
ले आता है मुझे तेरे बहुत पास।

जाने क्या ढूँढती रहती हैं खुद में,
 मेरी आँखे , जाने कौन सी है प्यास।

जाने कब तू आएगी सामने मेरे,
जाने कब पूरे होंगे मेरे ख्वाब।
9.08pm 14 Dec 2019 Saturday

Kaanpatee huee thand mein bhee , teree yaaden,
 Le aatee hai mujh mein,garmee ka ehasaas.

Dur Rehakar bhee tere baare mein sochana,
Le aata hai mujhe tere bahut paas.

Jaane kya dhoondhatee rahatee hain khud mein,
 Meree aankhe , jaane kaun see hai pyaas.

Jaane kab too aaegee saamane mere,
Jaane kab poore honge mere khvaab.

(English translation)
Your memories, even in the shivering cold,
 Brings me, a feeling of heat.

Thinking about you ,even  being far,
Brings me very close to you

Dont Know what My eyes,lare ooking for
within me, Dont know what  thirst within me.

Dont Know when you will come in front of me,
Dont Know when my dreams will be fulfilled.

Friday, 13 December 2019

1128 कुछ पल भूल जा ख्वाबों को (kuchh pal bhool ja khvaabon ko)Forget dreams for few moments.

ख्वाबों में जब बनती है बनावट।
और होती है ख्वाबों की  सजावट।
फिर इंसान करता है दिखावट।
इन सबके चलते ही होती है गिरावट।

भूल जाता है इंसान करम अपना।
दिखावट में पाल लेता है भरम अपना।
जिंदगी बन जाती है बस, पूरा करना सपना।
इस सब में भूल जाता है, कौन पराया कौन अपना।

सपना पूरा करने को रहती है दौड़ भाग।
भूल जाता है , कौन है अपने आसपास।
खुशी पास नहीं आती , रहता है उदास।
हो जाए पूरा सपना, हरदम रहती है यही आस।

बंदे कुछ पल भूल जा इन ख्वाबों को
जो तू चैन से सो पाए रातों को।
मत दौड़ बदलने इन हालातों को।
तभी तू छोड़ पाएगा इन अफसादों को।

तभी सकून से कटेगी जिंदगी।
कर पाएगी ख्वाब पूरे यह जिंदगी।
तभी  होंगी खुशियाँ  आसपास,
तभी पूरी होगी यह जिंदगी।
9.51am 13 Dec 2019
Khvaabon mein jab banati hai banaavat.
Aur hoti hai khvaabon kee  sajaavat.
Phir insaan karata hai dikhaavat.
In sabake chalate hee hotee hai giraavat.

Bhool jaata hai insaan karam apana.
Dikhaavat mein paal leta hai bharam apana.
Jindagee ban jaatee hai bas, poora karana sapana.
Is sab mein bhool jaata hai, kaun paraaya kaun apana.

Sapana poora karane ko rahatee hai daud bhaag.
Bhool jaata hai kaun hai apane aasapaas.
Khushee paas nahin aatee, rahata hai bas udaas.
Ho jae poora sapana, haradam rahatee hai yahee aas.

Bande ,kuchh pal bhool ja in khvaabon ko.
Jo Tu chain se so pae raaton ko.
Mat daud badalane in haalaaton ko.
Tabhee Tu chhod paega in Afasaadon ko.

Tabhee sakoon se kategee jindagee.
 Kar paegee khvaab poore yeh jindagee.
 Tabhee  hongee khushiyaan  aasapaas,
 Tabhee pooree hogee yeh jindagee.

(English translation)


When the texture is formed in dreams.
And there is the decoration of dreams.
Then man does appearance.
Due to all this, there is a decline.

Man forgets his Purpose of taking birth(Karama)
To show off is his only style.
Life becomes just a dream to fulfill.
In all this, one forgets who is own in world.

All day he runs to fulfill the dream.
Forget who is around ,
Happiness does not come close, and remain sad.
The will dream fulfill, this hope always remains.

O fellow, forget these dreams for a few moments.
Relax so that you could sleep in nights.
Don't try to change these conditions.
Only then you will be able to leave this stress.

Only then you will find peace in  life.
Then only Will be able to fulfil your dreams.
 Only then happiness will be around,
 Then only life has feelings of completion. 

Thursday, 12 December 2019

1127 दम लगा के हईशा (Damm laga k Haisha) Get the floor

घोर अँँथेरा,
मुश्किल राहें।
बढ़ते जाएं,
पा लें मंजिल,
जो हम चाहें।

दमदार इरादे,
खुद से वादे।
पूरे करने,
जो़र लगाके
जो हम चाहें।

नेक हैं बंदे,
अच्छे धंधे।
करने हमको,
दिल लगाके।
करते जाएं।

कभी ना रुकें,
कभी ना झुकें।
बढ़ते जाएं,
जोश है पूरा ,
मंजिल पाएं।
10.30pm 12 Dec 2019

Ghor annthera,
Mushkil raahen.
Badte jaen,
Pa len manjil,
Jo ham chaahen.

Damadaar iraade,
Khud se vaade.
Poore karane,
Jor lagaake
Jo ham chaahen.

Nek hain bande,
Achchhe dhandhe.
Karane hamako,
Dil lagaake.
Karte jaen.

Kabhee na ruken,
Kabhee na jhuken
Badhate jaen,
Josh hai poora ,
Manjil paen.

(English  translation)

Very dark,
 Difficult paths.
Go on,
Get the floor,
Whatever we want.

Strong intentions,
Promises to yourself.
To complete,
With full force,
Whatever we want.

Nice people ,
Good business
We do,
With heart.
We do it.

Never stop.
Never bow.
 Go on,
Full of Passion .
Get the floor.


Wednesday, 11 December 2019

1126 राबता दिल का (Raabta Dil Ka) Heart to Heart Connection

राबता दिल का दिल से तो हुआ,
पर नजरें नहीं मिल पाई।
दिल के दिल में रह गये जज़बात,
बात दिल की ना बाहर आ पाई।

दूरियांँ बढ़ती रहीं पल पल,
राबता होते हुए भी दिलबर।
ना एक दूसरे के  हुए हम,
ना बढ़ पाई प्यार की गहराई।

कब तक मैं यूँ ही तड़पता रहूँ।
कब तक ना बात दिल की कहूँ।
सुन दिलबर मेरे दिल की पुकार,
आ बन तू मेरी प्यार की परछाई।
9.58pm 11 Dec 2019 Wednesday

Raabata dil ka dil se to hua,
Par najaren nahin mil paee.
Dil ke dil mein reh gaye jazabaat,
Baat dil kee na baahar aa paee.

Dooriyaann badhtee raheen pal pal,
Raabata hote hue bhee dilbar.
Na ek doosare ke  hue ham,
Na badh paee pyaar kee gaharaee.

Kab tak main yoon hee tadapata rahoon.
Kab tak na baat dil kee kahoon.
Sun dilabar mere dil kee pukaar,
Aa ban tu mere pyaar kee parachhaee.


(English Translation)
Heart to heart connection


Our hearts connected,
But eyes could not meet.
Emotions remain in the heart
The heart could not come out.

Distance kept increasing moment by moment,
 Despite being connected.
Neither we become of each other
Nor depth of  our love  increase.

How long do I keep on suffering like this?
Till when can I say anything about my heart
Hear my heart call out to  heart,
Come, you are my shadow of love.





Tuesday, 10 December 2019

1125 मुझे है तेरी आरजू (Mujhe hai teri aarajoo) I Want You

माना तुझे नहीं है मेरी, जुस्तजू।
मैं फिर क्यों करता हूँ तेरी आरजू।
आजा तू मेरे रूबरू,
जो तुझे  हाल ए दिल मैं कह सकूँ।

तू चाहे मुझसे दूर रहे,
मैं फिर भी तेरे पास रहूँ।
चाहे हो ना हो तुझे, मेरी जुस्तजू,
फिर भी तुझे मैं अपना, कह सकूँ।
10.35pm 10 Dec 2019 Tuesday

Mujhe hai teree aarajoo
Maana tujhe nahin hai meree justajoo.
Main phir kyon karata hoon teree aarajoo
Aaja too mere roobaroo,
Jo main tujhe  haal e dil keh sakoon.
Too chaahe mujhase door rahe,
Main phir bhee tere paas rahoon.
Chaahe ho na tujhe meree justajoo,
Phir bhee tujhe main apana kah sakoon.

(English Translation )

I Want You

I want you,  wherever I know,
I am not your favorite
Why do Iwant you again and again.
Plwase Come, I want you to be my friend
So that I can open my heart to you.
You may stay away from me
But, I still stay with you.
Whether you like me or not
But, I can still call you mine.

Monday, 9 December 2019

1124 मन की बात(Mann ki Baat)Mind Matter

जितने शब्द हैं मेरे पास,
उनसे ही मैं कहता हूँ,
मन की बात।

वैसे ,शब्दों मैं क्या रखा है।
बातें तब भी हो जाती हैं।
जब हो जाता है एहसास।

कहने सुनने में क्या रखा है।
आंखें आंखों से कहती हैं।
दिल के जज्बात।

आजा बैठे आसपास,
तुझसे मैं बोलूं ,
मुझसे तू बोले मन की बात।
10.51pm 9 Dec 2019
Man kee baat
Jitne shabd hain mere paas,
Unase hee main kehata hoon,
Mann kibaat.

Vaise ,shabdon main kya rakha hai.
Baaten tab bhee ho jaati hain.
Jab ho jaata hai ehasaas.

Kehane sunane mein kya rakha hai.
Aankhen aankhon se kahatee hain.
dil ke jajbaat.

Aaa ja baithe Aaasapaas,
Tujhase main boloon ,
Mujhase tu bole man kee Baat

English translation

(Mind Matter)
The words which  I Know,
Will only Communicate through them,
My Heart matter.

By the way, what kept in words.
Things happen even then.
When we realize without saying any word .

What is kept in listening and saying.
The eyes say to the eyes.
Emotion of heart.

Come sit around,
I say to you,
You spoke to me about your heart
About your feelings. 

Sunday, 8 December 2019

1123 बस तेरा ख्याल

ख्यालों में तुम रहती हो इस कदर, कि ख्याल भूल जाता है।
कई सवाल है मन में ,तेरे सामने आते ही सवाल भूल जाता है।

कब घर कर गई तुम मेरे मन में ,यह मुझे ख्याल नहीं आता है।
 जहाँ तक पीछे नजर दौडा़ता हूँ, बस खयाल ही नज़र आता है।

तन्हाइयों की कब तू मेरी साथी बनी, याद नहीं आता है।
बस ख्याल ही आता है , जो मुझे हमेशा तड़पाता है।

फिर भी सोचता हूँ,मेरा साथी एक ख्याल तो है।
 उनका क्या होता होगा, जिनको ख्याल भी नहीं आता है।
10.32pm 8 Dec 2019 Sunday


Khyaalon mein tum Rehatee ho is kadar, ki khyaal bhool jaata hai.
Kaee savaal hai man mein ,tere saamane aate hee savaal bhool jaata hai.

Kab ghar kar gaee tum mere man mein ,yah mujhe khyaal nahin aata hai.
Jahaan tak peechhe najar daudata hoon, bas khayaal hee nazar aata hai.

Tanhaiyon kee kab too meree saathee banee, yaad nahin aata hai.
Bas khyaal hee aata hai , jo mujhe hamesha tadapaata hai.

Phir bhee sochata hoon,mera saathee ek khyaal to hai.
 Unaka kya hota hoga, jinako khyaal bhee nahin aata hai.
10.32pm 8 daich 2019 sunday
1123 just your idea
You live in my thoughts so much that I forget all other thoughts.
There are many questions in the mind,I forget all as soon as you comes to my mind.

When you comes to my mind, I don't think about any other thing.
 As far as I look back, only your thoughts are visible.

I do not remember when you became my companion of lonliness.
Only thought comes, which always torments me.

Still, I think my partner is your thought.
 What would happen to them, who do not even that privilege .

Saturday, 7 December 2019

USQ1122 तेरे पीछे छोड़ दी दुनिया , और तू कहता है प्यार नहीं।

तेरे पीछे छोड़ दी दुनिया ,
और तू कहता है प्यार नहीं।
दावे करता है तू मोहब्बत के ,
और मेरा कुछ कहना तुझे दुश्वार नहीं।

जो तू चाहे वही हो ,
ऐसा हमेशा होता नहीं।
 नाव डोलेगी ही इधर-उधर ,
जब तक हाथ में पतवार नहीं।

 तेरी बातें तू ही समझे ,
हमसे चाहे तू सुझाव नहीं।
औरों को तू क्या रोकेगा ,
जब खुद पर तुझे इख्तियार नहीं।

समझ तुझे तब आएगा ,
जब होगा उसका कुछ लाभ नहीं।
डूँडेगा तब तू हमें ,
जब होंगे हम आस पास नहीं।
4.15pm 7 Dec 2019 Saturday

Friday, 6 December 2019

E1121 उनकी तो पल में मुक्ती हो गयी

उनको मिलना तो चाहिए था दंड।
करना चाहिए था उनका अंग भंग।
यह तो बहुत आसान मौत हो गई।
उनकी तो पल में मुक्ति हो गई।

कहाँ तड़पना उनको समझ आया।
कहां उनकी हैवानियत ने उनको डराया।
वो तो पल में मुक्त हो गए।
आराम से दुनिया से छुट्टी हो गई।

उनको भी कुछ एहसास होता बेज्जती का।
 शरीर छलनी होता दर्द से उनका।
 कुछ पल तो वो कराहते खुद को देख कर।
जैसा चाहती थी दुनिया, वैसी उनकी दुर्गति ना हुई।

उनको मिलना तो चाहिए था दंड।
करना चाहिए था उनका अंग भंग।
यह तो बहुत आसान मौत हो गई।
उनकी तो पल में मुक्ति हो गई।

11.04pm 6 Dec 2019 Friday

Thursday, 5 December 2019

1120 आत्मा का हिसाब (Aatma Ka Hisaab)

रूह जब तन से अलग हो जाएगी,
यहीं रह जाएगा शरीर।
यही रहेगा ,कितना तू पढ़ा लिखा है,
कितना है तू अमीर।

कर्मों के जब हिसाब  होंगे।
आत्मा के तब जवाब होंगे।
तब पूछा जाएगा तुझसे,
कौन से अच्छे कर्म करे, लेकर यह शरीर।

फिर कहाँ तू बच पाएगा।
तब किया सामने आएगा।
जो सच होगा वही दिखेगा तुझको
चलेगी ना तब कोई तरकीब।

अभी समय है सोच ले बंदे।
 बंद कर अपनी काले धंधे।
कर अच्छे काम ना कर मंदे।
कुछ फर्क नहीं है, तू अमीर या गरीब।

 शरीर कर्मों का साधन है।
इससे ले ले अच्छे काम।
बाद में तेरा नाम रहेगा।
ना जाना होकर बदनाम।
8.49am 6 Dec 2019

Rooh Jab Tumse alag ho jayegi.
Yahin Reh Jaega Sharir.
Yahin Rahega, Kitna bhi tu padha likha hai.
Kitna Bhi hai tu Amir.

Karmon Ke Jab hisab Honge.
Atma ke tab jawab Honge.
Tab poochha Jaega Tumse,
Kaun se acche karm Kare, Lekar Yeh Sharir.

Fir Kahan Tu Bach payega.
Tab Tera Kiya Samne aaega.
Jo Sachh Hoga ,Vahi dikhega Tujhko.
Chale gi na tab Koi tarkeeb.

Abhi Samay Hai, Soch Le Bande.
 Band kar Apne ,Kale dhandhe.
Kar acche Kaam, Na Kar Mande.
Kuchh Fark Nahin Hai, Tu Amir hai ya Garib.

Sharir Karmon ka sadhan hai.
Isse Le Le Acche kaam.
Bad Mein Tera Naam rahega
Na Jana Ho Kar Badnaam.

Wednesday, 4 December 2019

1119 जिद्द (Jidd)

क्यों आज तू जिद्द पर अड़ी है।
 छोड़ दे जिद्द तू अपनी,
 मत सोच जिद्द किसकी बड़ी है।

एक दूसरे के ऊपर,
 तोहमत लगाने से कुछ ना होगा।
रोक दे ,जो ये तोहमतों की झड़ी है।

निकल जाएगा वक्त जिद्द करते,
 और भी उलझने बड़ी हैं।पर,
उम्र प्यार की बस घड़ी दो घड़ी है।

अड़ी रहोगी जो पहाड़ सी जिद्द लेकर।
 कैसे निकल पाओगी,
जो नदी जिंदगी की खड़ी है।

भूल जा अपनी जिद्द को,
सामने देख अपनी मंजिल को।
क्यों तुझे अब दुनिया की पड़ी है।
10.52pm 4 Dec 2019
Kyon aaj Tu Jidd Pe Adi Hai
Chod De Jidd tu apni
Mat Soch Jidd kiski badi hai.

Ek dusre ke upar,
 Tohmat Lagane se Kuchh Na Hoga.
 Rok De Jo Yeh Tohmaton ki Jhadi Hai.

Nikal Jayega Waqt Jiddh Karte ,
Aur bhi Uljhnen Badi Hain, per
 Umar Pyar Ki Ghadi Do Ghadi hai.

Adi rahogi Jo Pahad Si Jidd Lekar ,
Kaise nikal paogi.
Jo Nadi Zindagi ki khadi hai.

Bhul Ja apni Jidd ko ,
Samne dekh apni manzil ko.
Kyon Tujhe Ab Duniya Ki padi hai.


Tuesday, 3 December 2019

1118 बाप भी सोचेंगे अब , कहीं ऐसा बेटा पैदा ना हो(Baap Bhi Sochenge ab, Kahin Aisa Beta paida na ho)

बिखर रही थी ,उधड़ रही थी जिस पल में,
यादें आई उस पल मुझको बचपन की।
जब पापा मुझे अपनी परी कहते थे,
क्यों नहीं मैं उड़ गई उस पल गगन में।

सोच रही थी , दिए संस्कार मुझे बहुत।
 पर इन बेटों को भी कुछ सिखाते इनके बाबा।
 माँ,बहन , बेटी उनके घर में भी तो होगी,
काश, उस पल उनको याद आ जाता।

उजड़ रही हूँ,बिखर रही हूँ, कोई साथ नहीं।
साँसो पर भी पहरा डाल दिया है,
बचने की अब कोई आस नहीं।
काश, भगवान आते, दे जाते इनको सद्बुद्धि वो।

अब मैं तो ना बच पाऊँगी।
मेरे पीछे जब इनको पकड़ो,
इनके बाबा को भी लाना तुम।
पूछना, ज़रा
यह वही बेटे हैं जिनके लिए बेटी कोख में मारे हो।

अब देखो अपनी उपज और अपने संस्कारों को।
जिन बेटों पर बड़ा अभिमान था उनको,
लाए हैं कैसे मोड़ पे उनको वो।
बोलें उनको ही... अब, अपनी फसल काटने को।

जैसे बेटियों को कोख में मार देते हैं।
बाप भी सोचेंगे अब, कहीं ऐसा बेटा पैदा ना हो।
आज जिस इज्जत से मैं रह रहा हू़ँ।
कल इन बेटों की वजह से बेइज्जत ना हो।
7.53pm 3 Dec 2019

Bikhar rahi thi ,Udhar rahi thi, Jis Pal Main.
Yad Aai us Pal Mujhko bachpan ki.
Jab papa Mujhe Apni Pari Kahate the,
Kyon Nahin Mein uddGai, Us Pal Gagan mein.

Soch rahi thi Diye Sanskar mujhe bahut.
Par In Beton ko bhi Kuchh sikhate inke Baba.
Maa, behan, beti unke Ghar Mein Bhi To Hogi.
Kash....Us Pal Un Ko Yad Aa jata.

Ujad rahi hun ,Bikhar rahi hun, Koi Sath Nahin.
Sanson per bhi Pehra Dal Diya Hai,
Bachne Ki Ab Koi Aas Nahin.
Kash ...Bhagwan Aate,De Jaate Inko sadbuddhi Vo.

Ab Main To Na Bachh paungi.
 Mere Piche Jab Inko pakdo....
Inke Baba ko bhi Lana Tum.
Puchna Zara...
Yeh Vahi bete Hain ,Jinke Liye beti Kokh Mein Maare Ho.

Ab dekho apni Upaz, aur apne sanskaron ko.
Jin Beton per Bada Abaimaan tha unko,
 Le hain kaise Mod per unko Vo.
Bolen unko hi.... ab apni fasal kaatne ko.

Jaise Betiyon ko Kokh Mein Maar Dete Hain,
Baap Bhi Sochenge ab, Kahin Aisa beta Paida Na Ho.
Aaj Jis Izzat Se main Jee raha hoon.
Kal In Beton ki vajah se Beizzatt Na Ho.

Monday, 2 December 2019

1117 तेरा साथ (Tera Sath)

रहना तो चाहते हैं पास तुम्हारे।
पर कैसे करें दीदार तुम्हारे।
रिश्ता ही जाने कैसा है अपना,
कैसे जोडूँ अपना नाम, संग तुम्हारे।

आँखे तरसे दीदार को,
 बैठे  हैं हम नैन पसारे।
धीमे धीमे दिन कटता है।
देर से आते हैं साँझ और तारे।
10.00pm 2 Dec 2019 Monday

Rehna to Chahte Hain pass Tumhare.
 Per kaise karen Didar Tumhare.
Rishta Hi Jaane Kaisa Hai Apna.
 Kaise joden Apna Naam Sang Tumhare.

Aankhe Tarse Didar ko,
 Baithe Hain  Nain Psaare.
Dhime Dhime Din Katta hai ,
Derse Aate Hain Sanzh or Taare.

Sunday, 1 December 2019

Poz1116 आजकल फूल भी ऐसे हो गए (Aaj Phool Bhi Aise Ho Gae)

कभी फूल होते थे खुशबू से भरे,
आज फूल भी इंसानों की तरह हो गए।
रंग तो बहुत बदल रहे हैं फूलों के,
मगर, एहसास इंसानों की तरह हो गए।
फर्क नहीं  रहा असली और नकली में,
सब फूल इंसानों की तरह हो गए।
क्या कहूं समझ नहीं आ रहा।
फूल ऐसे थे , या इंसान ऐसे थे।
इंसान ऐसे हो गए या फूल ऐसे हो गए।
11.50pm 01 Dec 2019

Kabhi Phool Hote the Khushbu Se Bhare.
Aaj Pul Bhi insanon ki tarah ho gaye.
Rang to bahut Badal rahe hain Phoolon Ke,
 Magar, Ehsaas insaano ki tarah ho gaye.
Farak nahin Raha asali aur nakali mein,
 Sab Phul insaano ki tarah ho gaye.
Kya kahun samajh Nahin Aa Raha.
 Fool Aise the, ya Insan Aise the.
Insan Aise ho gaye ,ya Phool Aise ho gaye.