नए साल का नया दिन है आया।
देखो कितनी उम्मीदें लाया।
रहना सदा सब मिलजुल के।
बड़े बुजुर्गों ने है यह फरमाया।
जैसे सब दिन नहीं एक समान,
हो जाएंगे तेरे भी पूरे अरमान.
कर इमानदारी से अपना काम,
कुछ नहीं है ऐसा,जो कभी हो ना पाया।
ईमानदारी जो रहेगी मन में,
रखना कलम तू अपने कर में,
लिखना सदा सत्य की भाषा।
तुझ पर रहेगा उसका सरमाया।
10.43pm 01 Jan 2020 Wednesday
देखो कितनी उम्मीदें लाया।
रहना सदा सब मिलजुल के।
बड़े बुजुर्गों ने है यह फरमाया।
जैसे सब दिन नहीं एक समान,
हो जाएंगे तेरे भी पूरे अरमान.
कर इमानदारी से अपना काम,
कुछ नहीं है ऐसा,जो कभी हो ना पाया।
ईमानदारी जो रहेगी मन में,
रखना कलम तू अपने कर में,
लिखना सदा सत्य की भाषा।
तुझ पर रहेगा उसका सरमाया।
10.43pm 01 Jan 2020 Wednesday
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