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Tuesday, 28 January 2020

1174 प्यार का रंग

तसल्ली है मुझे ,जितना भी जिया जी भर के जिया।
मौत का भी गम नहीं अब,जिया मैं जी भर के जिया।
 
माना , चाहा  है तुझे मैने बड़ी ही शिद्दत से।
सुकून  है पर तुमने मुझे प्यार जी भर के किया।
 
बदलते ही रहे  हैं रंग दुनिया के चाहे कितने,
न बदला ये प्यार का रंग जो तूने मुझसे  किया।

भरोसा रख के सदा ही तेरी वफा पे ऐ सनम
तेरे प्यार का जाम मैंने है जी भर के पिया।

हर जन्म तू ही मिले मुझे, मेरा हमनवां बनके।
शुक्र खुदा का ,इस जन्म में मैंने जी भर के किया।

3.01pm 28Jan 2020 Tuesday 

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