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Thursday, 2 September 2021

1757 ग़ज़ल :गीत : हमें कितनी मोहब्बत है

 धुन: भरी दुनिया में आखिर दिल को समझाने कहाँ जाएं।

       मोहब्बत हो गई जिनको, वो दीवाने कहाँ जाएं।

1222 1222 1222 1222

हमें तुम प्यार से देखो , कहां इतनी भी फुर्सत है ।

जो देखोगे तो जानोगे, हमें कितनी मोहब्बत है ।


नज़र जो पड़ती है तुझ पर ,नशे में हम तो खो जाते।

निगाहें जाम उल्फत का ,नशेमन तेरी सूरत है ।


तुझे पाने की हर दिल को ,तमन्ना घेरे रहती है ।

हो जिसके पास तुम दिलबर ,उसी के पास दौलत है।


नहीं हम हैं अकेले ही ,तेरे इक चाहने वाले।

ये दुनिया तेरे पीछे है,यही तो इक मुसीबत है ।


के धड़कन बढ़ गई अब तो, न हमको होश है बाकी ।

कोई तो आके अब  पूछे ,सनम कैसी तबीयत है।

1 pm 1 September 2021

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