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Friday, 10 September 2021

1765 गीत : पास पा के अब तुझे, जिंदगी बहार है

 212 1212 212 1212

धुन : झूमती चली हवा याद आ गया कोई


पास पा के अब तुझे, जिंदगी बहार है ।

जानता है तू कि तू, मेरा पहला प्यार है।


मिलने की जो रात है, अब वो कितनी पास है ।

तुझको देखूं पास से, बस यही तो आस है ।

आ गया है वो समां जिसका इंतजार है ।

पास पा के अब तुझे, जिंदगी बहार है ।


तेरी जो थी याद वो बन गई सवाल थी।

 मिल गया जवाब जब, वो घड़ी कमाल थी।

इक जवाब मिलने से मिल गया करार है ।

पास पा के अब तुझे, जिंदगी बहार है ।


तेरे बिन ये ज़िंदगी, कैसे मैं बिताऊंगा ।

तू मिला न मुझको तो, मैं तो मर ही जाऊंगा ।

जिंदगी में बस तेरे होने से खुमार है।

पास पा के अब तुझे, जिंदगी बहार है ।

2.51pm 10 September 2021

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