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काफि़या हते Qafia hte
रदीफ़ हैं Radeef hain
जान बन के जो दिल में रहते हैं ।
वो कहां अपना मुझको कहते हैं ।
याद उनकी में हम तड़पते हैं ।
आंख से आंसू भी तो बहते हैं ।
बढ़ती रहती है दिल की धड़कन ये।
दर्द दिल का भी हम तो सहते हैं ।
देखते हैं उन्हें ख्वाबों में ।
बाद में वो ख्वाब ढहते हैं।
4.01pm 10 September 2021
1 comment:
Beautiful
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