Followers

Thursday, 23 September 2021

1778 दोहा छंद (हिंदी)


 *दोहा छंद* 


हिंदी है तो भाव हैं, हिंदी है तो गीत ।

हिंदी मेंरे मन बसी, हिंदी ही मनमीत ।


हिंदी से ही सोच है, हिंदी से संगीत।

हिंदी से ही प्यार है ,हिंदी से ही प्रीत।


 *रचनाकार* 

संगीता शर्मा कुंद्रा, चंडीगढ़

No comments: