बैठे थे इंतजार में ,कभी तो कयामत होगी।
इंतजार खत्म होगा, कभी तो रहमत होगी।
ना उनको आना था ,ना वह आए।
नहीं जानते थे ,इस दिल की यह हालत होगी।
यूं ही उन पर एतबार कर बैठे हम।
जान जाते ,ना हम पर उनकी इनायत होगी।
तो यूं तो ना तड़पना पड़ता इंतजार में।
ना ही इस दिल की यह हालत होती।
1.42pm o23Dec 2018
Baithe the Intezaar mein ,Kabhi To Qayamat Hogi.
Intezar khatam hoga ,Kabhi To Rehmat Hogi.
Na Unko Aana tha, na woh Aae.
Nahi Jante the, Is Dil Ki ye Halat Hogi.
Yun Hi Unpar Aitbaar kar Baithe Hum.
Jaan Jate ,Na Hum Par unki inaayat Hogi.
To Yun To Na Tadpna padhta Intezar men.
Na Hi Is Dil Ki Ye Halat hoti.
इंतजार खत्म होगा, कभी तो रहमत होगी।
ना उनको आना था ,ना वह आए।
नहीं जानते थे ,इस दिल की यह हालत होगी।
यूं ही उन पर एतबार कर बैठे हम।
जान जाते ,ना हम पर उनकी इनायत होगी।
तो यूं तो ना तड़पना पड़ता इंतजार में।
ना ही इस दिल की यह हालत होती।
1.42pm o23Dec 2018
Baithe the Intezaar mein ,Kabhi To Qayamat Hogi.
Intezar khatam hoga ,Kabhi To Rehmat Hogi.
Na Unko Aana tha, na woh Aae.
Nahi Jante the, Is Dil Ki ye Halat Hogi.
Yun Hi Unpar Aitbaar kar Baithe Hum.
Jaan Jate ,Na Hum Par unki inaayat Hogi.
To Yun To Na Tadpna padhta Intezar men.
Na Hi Is Dil Ki Ye Halat hoti.
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