माँ तेरे पास होने से सब कुछ लगता अच्छा अच्छा ।
जाने क्यों कोई गम का एहसास नहीं होता ।
सोच नहीं आती किसी भी गम की ....
तू है ना ! यही सदा एहसास होता है।
तेरे आंचल में कोई दुख नहीं,
मुझे कुछ भी हो, जब तू है तो मुझे कुछ भी एहसास नहीं होता।
जीवन बहुत लगता है आसान सा ..
तू है ना ..कोई गम आए तो मुझे कुछ एहसास नहीं होता।
कुछ सोच नहीं होती बस करता जाता हूँ अपने काम ।
क्योंकि पता है मुझे कोई गम आएगा तो तू है ना ।
मुझे काम करते हुए कोई भी दुख दर्द का एहसास नहीं होता ।
क्या सबके साथ ऐसा ही होता है ।
तेरे होने से सब चीजें आसान है,
कोई दुख कोई दर्द का एहसास नहीं होता ।।
जिए जा रहा हूँ मजे में ,इतनी आसान है जिंदगी माँ तेरे साए में ।
तू है तो मुझे किसी भी गम का एहसास नहीं होता।
9.13pm 9 May 2021
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2 comments:
बहुत बहुत सुंदर और एकदम सटीक कविता। सचमुच मा का कोई विक्लप ही नही है।अगर मैं कहूं कि हम सब अपनी मां के हिस्से है तो गलत न होगा।
आपकी कविता भी बहुत अच्छी लगी।
धन्यवाद
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