गम का अंधेरा छंट जाए।
रोशनी हर जगह हो जाए ।
सब रास्ते साफ नजर आए
हर रास्ता साफ हो जाए।
हो जाए कुछ ऐसा
नया समा फिर आ जाए ।
भूल जाएं सब कष्ट भरे दिन ।
हर तरफ सुख हो जाए।
नई सोच हो हर तरफ ,
सब करें एक दूसरे से प्यार ।
प्रेम प्यार से दिन बीते फिर ,
ऐसा जादू हो जाए।
5.43pm 16 May 2021
2 comments:
आज आपकी कविता ताजगी से भरपुर है।
ये सचमुच में एक उत्तम रचना है।
धन्यवाद 🙏🙏🙏
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