Followers

Monday, 12 December 2016

K2 0044 वक्त (Waqt)

कैसा वक्त आया है ,दिल का बुरा हाल हुआ है ।
कुछ कहना तो दूर, उनसे कुछ पूछना भी दुश्वार हुआ है।
 1.कभी वो किस तरह हँस हँस के बात करते थे ,
हम उनकी एक हँसी पे मरते थे ।
मगर ,अब तो तीखा उनका हर वार हुआ है ।
कुछ कहना तो दूर ......।
2.इस तरह के तीर वह चलाते हैं नजरों से,
 के शूल से जिगर में चुभते हैं ,
हर निशाना है उनका अचूक,
 हर तीर दिल के पार हुआ है ।
कुछ कहना तो दूर उनसे कुछ ......।।
3. कभी जब वह दुआ करते थे हमारी लंबी उम्र की ,
तो स्वर्ग की भी तमन्ना न थी ।
मगर ,अब तो नरक सा यह संसार हुआ है।।।
कुछ कहना तो दूर, उनसे कुछ पूछना भी दुश्वार हुआ है ।
कैसा वक्त आया है दिल का बुरा हाल हुआ है।
24 June 1989.  44
 Waqt
kaisa whkat aaya Hi Dil Ka Bura Haal hua hai .
kuch kehna To Dur unse kuch puchna bhi dushwar Hua Hai .
Kabhi wo Kis tareh hans hans Ke Baat Karte thai .
Hum Unki Ek Hasi Pe Marte theiy.
Magar ,ab toh tiikha unka Har vaar Hua Hai. Kuch Kehna to ........
Is tareh k Teeer Bou ChaleAate Hain Nazron Se .
 Ke Shool Se Jigar Mein Chubh te Hain.
 Har Nishana hi un ka Achook .
Har teer Dil Ke Paar Hua Hai .
Kuch Kehna to Dur ...
Kabhi Jab Wo Dua Karte the Hamari lambi umar ki ,
Tou Swarg Ki bhi Tamanna na Thi .
Magar ,ab toh nara sa Ye Sansar hua hai.
kuch kehna To Dur Unse kuch puchna bhi dushwar hua hai ..
kaise vkat aaya hai Dil Ka Bura Haal Hua Hai.

No comments: