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Saturday, 17 December 2016

K3 00124 तुम्हें हम चाह कर बर्बाद हो गए (Tumhe Hum Chah Ke BaarBaad Ho Gaye


तुम्हें हम चाह के, बर्बाद हो गए ।
हमें तुम छोड़ के, आबाद हो गए ।
क्या क्या सपने, थे हमारे ,
हमें तुम थे, जान से भी प्यारे ,
तुम्हें हम चाहते थे इतना ,
कि तुम जान थे हमारे ।
ये कैसी हवा चली कि, बादल छा गए ।
तुम्हें हम...........।
2. जब तुमसे मुलाकात हुई,
दिन ढला रात हुई,
आंँखों ही आंँखों में ,
प्यार की बात हुई ।
मगर, सपना टूट गया, हम घबरा गए ।
तुम्हें हम चाह के.....।।
3. यही अब चाह है बस मेरी ,
रहे दुनिया आबाद बस तेरी,
हर सपना साकार हो तेरा ,
यही बस आरजू है मेरी ।
हमें खुशी यही है कि तुम,सभी कुछ पा गए ।
तुम्हें हम चाह कर....।।।
26Nov1989.     124
Tumhe Hum Chah Ke BaarBaad Ho Gaye
hume tum Chhod Ke aaBaad ho gaye.
1. kya Kya Sapne the Hamare ,
Hame Tum the jaan se pyare,
Tumhe Hum chahte hai itna ,
ki tum Jaan the Hamare .
Yeh Kaisi Hawa Chali ki Badal chaa Gaye.
 Tumhe Hum Chah ke ....
2. Jab Tumse Mulakat Hui ,
Din Dhalaa Raat Hui ,
apni Aankhon Hi Aankhon Mein,
 Pyar ki baat hui .
Magar Sapna Toot Gaya.
 Hum Gabbar Aa Gaye.
Tumhe Hum chah Ke.....
3. Yahi ab Chaha Hai Meri ,
Rhe Zindagi AbBaad bus Teri ,
Har Sapna Sakar Ho Tera ,
Yehi bas Aarzoo Hai Meri .
Hum to Tumhe chah kar he Sab pa gae.
Tumhe Hum chah Ke......

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