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Tuesday, 5 December 2017

388 ज़रा बता दो हमें (Zara Yeh To Bata Do Humein.)

जिए तो जा रहे हैं हम ,याद ए गम तेरा लेकर।
और क्या चाहते हो , जरा यह तो बता दो हमें।
तनहाई दी, रुसवाई दी, गम ए गहराई दी।
और क्या क्या दोगे, जरा यह तो बता दो हमें।
तूफानों में ले जा कर ,चल दिए छोड़कर।
कितना डुबाओगे और ,ज़रा ये तो बता दो हमें।
ऊठूँ में इन गहराइयों से या नहीं।
इस बात का ज़रा पता दो हमें।
बंदिशें तोड़कर में इन तन्हाइयों की।
किसका थामू हाथ ,ज़रा बता दो हमें।
388 5 Nov 1992
Jiye toh Ja Rahe Hain Hum, Yaad e' Gham Tera Lekar.
Aur kya chahte ho ,zara Yeh To Bata Do Humein.
Tanhaai di, Ruswai Di,Gham e' Gehrai Di.
Aur kya kya doge ,Zara Yeh To Bata Do Humein.
Tufano mein le ja kar, Chal Diye Chhod Kar.
 Kitna Dubao'ge aur , Zara Ye To Bata Do Humein.
Uthoon  mein in Gehraion se ya nahi.
Is baat ka Zara pata do Humein.
Bandishain Todkar Mein in Tanhaiyan ki.
Kiska thaamu Haath,Zara Ye To Bata Do Humein.

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