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Friday, 8 December 2017

391 ख्वाहिशें दबाने तो नहीं लगा हूं(khwahishen Dabane To Nahin laga hoon.)

कहीं मैं उनमें खोने तो नहीं लगा हूं।
किसी की याद में मैं,
खुद को भुलाने तो नहीं लगा हूं।
तनहाई को साथी बना,
दुनिया से कतराने तो नहीं लगा हूं।
तमन्ना पूरी न हुई,
इसलिए ख्वाहिशें दबाने तो नहीं लगा हूं।
तड़प ना जान पाए कोई,
इसलिए जख्म अपने छिपाने तो नहीं लगा हूं ।
खूबसूरती उनकी देख,
कहीं सुरत अपनी छुपाने तो नहीं लगा हूं।
391 8Nov 1992
Kahin Main Unmain Khone toh nahi laga hoon.
Kisi Ki Yaad Mein,
Khud Ko Bhulane to nahi laga hoon.
Tanhai ko Sathi Bana,
Duniya Se Katrane to nahi laga Hoon,
Tamanna Puri Na Hui,
Isliye khwahishen Dabane To Nahin laga hoon.
Tadap na Jaan Pe Koi,
Isliye Zakhm Apne chupane To Nahi Laga Hoon.
Khubsurti unky dekh,
Kahin Surat Apni chupane To Nahi Laga Hoon.

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