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Monday, 10 June 2019

943 अपने बेगाने (Apne Begaane)

सोचा था जो अपने हैं,
हरदम साथ निभाएंगे।
क्या  मालूम था हमें,
वो यूं बेगाने बन जाएंगे।

क्या है पैमाना अपने बेगाने का।
क्या पैमाना है साथ निभाने का।
 वक्त बदला तो अपने बदले।
फर्क क्या रहा अपने बेगाने का।

छोड़ो प्रीत अपने बेगाने की।
रीत बदनीत है जमाने की।
प्रीत अपनी लगालो उससे।
झोलियाँ भरता जो ज़माने की।
6.05pm 10 June 2019 Monday

Socha Tha Jo Apne Hain,
Har dam Sath Nibhayenge.
Kya Maloom tha Hamein,
Woh Yun Begana Ban Jayenge.

Kya hai paimana apne Begane ka.
Kya Paimana Hai Sath nibhane ka.
Waqt Badla To Apne Badle.
Phark kya raha Apne Begane Ka.

Chodo Preet Apne Begane ki.
Preet Badneet Hai Zamane Ki.
Preet apni lagalo Us se.
Zholiyan bharta Jo Jamane ki.


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