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Thursday, 13 June 2019

DSDT 946 बड़े अच्छे थे वो दिन(Bade Achhe the Woh Din)

(Dil se Dil Tak )Book
बड़े अच्छे थे वो दिन।
जब कोई सोच नहीं थी।
राह थी सीधी, कोई मोड़ नहीं थी।
 उड़ गए वो पंख लगा कर।
क्यों गए वो प्यारे पल छिन।
बड़े अच्छे थे वो दिन।

बड़े अच्छे थे वो दिन।
जब आज सी, कोई दौड़ नहीं थी।
 कुछ पाने की होड़ नहीं थी।
आगे बढ़ने को इस दौड़ में,
 मर रहे हैं सब तिल तिल।
बड़े अच्छे थे वो दिन।

बड़े अच्छे हो सकते हैं ये दिन।
आओ थोड़ा ठहर जाएं।
मन के रिश्ते नये बनाएं।
प्यार के हम फूल खिलाएं।
आ जाएं फिर से वो दिन।
बड़े अच्छे हो जाएं फिर ये दिन।
3.07pm 13 June 2019
Bade Achhe the Woh Din.
Jab Koi Soch nahi thi.
Raha Thi  Seedhi ,Koi Mod nahi thi.
Udd Gaye Woh Pankh Laga kar,
Kyon Gaye Woh Pyare Pal chhinn.
Bade Achhe the Woh Din.

Bade Achhe the Woh Din.
Jab Aaj Se Koi Daud nahi thi.
Kuch pane ki Hod nahi thi.
Aage badhane ko is Daud mein,
Marr rahe hain sab til til.
Bade Achhe the Woh Din.

Bade Achhe the Woh Din.
Aao thoda thehar Jayen.
Man Ke Rishte naye Banayen.
Pyar Ke Hum Phool Khilayen.
Aa jaaye gay Fir  Se Vo Din.
Bade Achhe the Woh Din.

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