Followers

Monday, 1 February 2021

1544 गज़ल: Gazal रात दिन तेरा ,बस खयाल रहा

2122 1212 112

क्या बताऊँ मेरा ,जो हाल रहा ।

रात दिन तेरा ,बस खयाल रहा।


हैं गये जब से, जिंदगी से मेरी ।

एक बस उनका, गम हूँ पाल रहा।


काट तो ली है, जिंदगी की डगर ।

कितना पर इसमें मैं बेहाल रहा।


क्या कमी थी जो छोड़कर वो गये ।

जिंदगी भर यही सवाल रहा। 


जिंदगी को जवाब दे न सके ।

जिंदगी भर यही मलाल रहा।

2122 1212 112

1.01pm 01 Feb 2020

1 comment:

Balbir said...

वाह वाह क्या बात है