परेशानियां सब छोड़कर ,
नया गुलसितां सजाना है।
शब्द अच्छे घोलकर ,
माहौल खुशनुमा बनाना है।
भेदभाव मिटाकर सारे,
हमें सबको अपनाना है।
दूरियां मिटा के सारी ,
पास सब को लाना है।
किसी को कोई डर ना हो,
रास्ता वह बनाना है।
हर तरफ हँसी दिखे ,
दिल से दिल मिलाना है।
चाहें सब तरक्की सबकी,
सबके दिल में लाना है।
गर्व करें फिर हर कोई,
ऐसा भारत बनाना है।
12.19 pm 4 Feb 2021
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