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काफ़िया :Qafia:इया iaa
रदीफ़: Radeef: होता Hota
प्यार तुमसे, न ही किया होता ।
दिल ये अनजान को दिया होता।
प्यार में तेरे मैं मरा जाता ।
काश इक पल तो हाँ जिया होता।
जान जाता जो प्यार को तेरे।
जहर यूँ तो न हाँ पिया होता।
तुझ पे बर्बाद जिंदगी कर दी ।
कुछ तो अच्छा यहां किया होता।
कुछ न होगा यूँ सोच कर अब तो।
कब, कहाँ,कैसे ,क्या किया होता।
9.00am 22 Feb 2021
1 comment:
So aesthetic poetry
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