आईना रख सामने कि, सच्चाई देख सको ।
गलत राह पर चलने से खुद को रोक सको ।
बहाने बनाने का सिलसिला रखो खुद से दूर ।
ताकि खुद तुम सच की मंजिल खोज सको ।
आसान नहीं होता पाना मंजिल को फिर भी ।
पा लोगे तुम उसको जो हौसला करो ।
जिनके इरादे होते हैं बुलंद आगे बढ़ने के ।
फिर नहीं किसी में हिम्मत कि उनको रोक सको।
2.54pm 08 Feb 2021
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