2122 2122 2122
काफि़या इला Qafia Ila
रदीफ़ है Radeef Hai
क्या मुझे तुझ से,वफा करके मिला है ।
हाँ मगर फिर भी न कोई भी गिला है ।
बेवफाई आज की ही बात है क्या ।
ये तो सदियों का पुराना सिलसिला है ।
मिल गया गर प्यार करने वाला कोई ।
फूल दीवानों के दिल का फिर खिला है।
हो रहे जुल्मों सितम,फैली है नफरत ।
क्या यूँ ही चलता ये रहना काफिला है।
9.55am 01 March 2021
4 comments:
Bahut badhiya
Bahut badhiya
Thanks ji🙏
Thanks ji
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