क़ाफ़िया आने
रदीफ़ अब लगे हैं
1222 1222 122
वो क्यों हमको सताने अब लगे हैं ।
बनाने वो बहाने अब लगे हैं ।
जो इक पल दूर रह पाते न हमसे ।
वो हमसे दूर जाने अब लगे हैं ।
था इतना साथ बस अपना यहां तक ।
नया साथी बनाने अब लगे हैं ।
नहीं है दोस्तों की भी कमी पर ।
वो गुजरे पल सताने अब लगे हैं।
छुपा अश्कों को फिरते दरबदर हम।
कि आँसू सूख जाने अब लगे हैं ।
तू करके अब बहाना पास आ जा ।
के दुनिया छोड़ जाने अब लगे हैं।
4.44m 12April 2021
6 comments:
Awesome
Thanks for your appreciation
लाजवाब
उम्दा !
धन्यवाद
धन्यवाद
Post a Comment