9788189331894 53095 BookZindgi1
शिकारी की पकड़ में पंछी आया।
पंछी गिड़गिड़ाता रहा।
मुझ पर रहम करो।
मेरे पर मत काटो।
पर शिकारी..।
उसे तो पंछी पसंद आ गया था।
पंछी कहता रहा मुझे उड़ने दो।
पर शिकारी ने पर काट डाले।
और कहने लगा।
देखो पहले मेरी मर्जी थी।
अब तुम्हारी मर्जी चलेगी।
चाहते हो तो उड़ो , बैठो।
जो मर्जी करो ,तुम आजाद हो।
यहां रहो ,कहीं रहो ,मेरे पास रहो।
शिकारी ने कहा..।
देखी मेरी दया।
अगर मैंने अपनी मर्जी की।
तुम्हें भी तो अपनी मर्जी करने का मौका दे रहा हूं।
448 19 April 1994
Shikari ki pakad Mein Panchi Aaya.
Panchi Gidgidaata Raha.
Mujh Par Reham karo.
Mere par Mat Kaatuo.
Par Shikari...
Use toh Panchhi Pasand aa gaya tha.
Panchi kehta raha Mujhe udne Do.
Shikari ne par Kaat Dale.
Aur Kehne Laga....
Dekho Pehle Meri Marzi thi.
Ab Tumhari Marzi chalegi.
Chahte ho toh Udo, baitho.
Jo Marzi Karo, Tum Azad Ho.
Yahan Rho, Kahin Raho , mere paas Raho.
Shikari Ne Kaha....
Dekha Maine Agar apni Marzi ki.
Toh Tumhe bhi toh apni Marzi karne ka mauka de raha Hun.
शिकारी की पकड़ में पंछी आया।
पंछी गिड़गिड़ाता रहा।
मुझ पर रहम करो।
मेरे पर मत काटो।
पर शिकारी..।
उसे तो पंछी पसंद आ गया था।
पंछी कहता रहा मुझे उड़ने दो।
पर शिकारी ने पर काट डाले।
और कहने लगा।
देखो पहले मेरी मर्जी थी।
अब तुम्हारी मर्जी चलेगी।
चाहते हो तो उड़ो , बैठो।
जो मर्जी करो ,तुम आजाद हो।
यहां रहो ,कहीं रहो ,मेरे पास रहो।
शिकारी ने कहा..।
देखी मेरी दया।
अगर मैंने अपनी मर्जी की।
तुम्हें भी तो अपनी मर्जी करने का मौका दे रहा हूं।
448 19 April 1994
Shikari ki pakad Mein Panchi Aaya.
Panchi Gidgidaata Raha.
Mujh Par Reham karo.
Mere par Mat Kaatuo.
Par Shikari...
Use toh Panchhi Pasand aa gaya tha.
Panchi kehta raha Mujhe udne Do.
Shikari ne par Kaat Dale.
Aur Kehne Laga....
Dekho Pehle Meri Marzi thi.
Ab Tumhari Marzi chalegi.
Chahte ho toh Udo, baitho.
Jo Marzi Karo, Tum Azad Ho.
Yahan Rho, Kahin Raho , mere paas Raho.
Shikari Ne Kaha....
Dekha Maine Agar apni Marzi ki.
Toh Tumhe bhi toh apni Marzi karne ka mauka de raha Hun.
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