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Saturday, 17 October 2020

1437 डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम

 अब्दुल पाकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम ।

थे मिसाइल मैन और भारत के राष्ट्रपति महान।

भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति एवं वैज्ञानिक थे वे।

जीवन के कर्मठ योद्धा और वीर सैनिक थे वे। 


रोहिणी उपग्रह को स्थापित कर भारत को ,

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बनाया।

अग्नि पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्र को स्वदेशी तकनीक से,

बना भारत का फिर दुनिया में मान बढ़ाया।


पोखरण परमाणु परीक्षण कर दुनिया को दिया हिला ।

शिक्षा लेखन और सार्वजनिक सेवा से था उन्हें प्यार।

वह भारत को परमाणु हथियारों में सुपर पावर बनाना चाहते थे ।

इस धरती पर भारत का नाम चमकाना चाहते थे।


तमिल भाषा में कई कविताएं लिखना ,

उनका कविता प्रेम दिखाता है।

पुस्तक"इंडिया 2020"भारत का अंतरिक्ष विज्ञान में ,

सिरमौर बनाने का दृष्टिकोण दर्शाता है।


उनकी जीवनी "विंग्स ऑफ फायर" 

भारतीय युवाओं को प्रेरणा देती है ।

 "साइडिंग सोल्स डायलॉग ऑफ द परपस ऑफ लाइफ "

उनकी पुस्तक,आत्मिक विचारों को उद्धृत कर देती है।


अब्दुल कलाम को भारत रत्न सम्मान मिला।

शिलांग में देते हुए अंतिम भाषण दुनिया से ली विदा।

उनके विचार आज भी युवा पीढ़ी को सन्मार्ग दिखाएंगे।

 उनके बतलाए रस्ते से युवा आगे बढ़ते जाएंगे।

,9.30am 17 Oct 2020

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