नादानियां करता रहा मैं, तू करता रहा संभाल ।
तेरा था सर पे हाथ तभी तो ठीक रहा ये हाल।
चलते फिरते आड़े तिरछे रास्तों पर।
खायी ठोकरें ,कभी जीवन हुआ मुहाल।
साथ तेरा था तो उलझने हो गई आसान।
नहीं तो रहता मैं सफर कई सालों साल।
आज जो कुछ भी हूँ, मैं तेरी कृपा है।
जो भी मैं अब कर रहा हूँ, नहीं है कोई मलाल।
4.26pm 29 Oct 2020
2 comments:
ईश्वर की बहुत भावपूर्ण आराधना।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
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