Punjabi version 2365
English version 2887
तेरी गली से मैं यारा,जब भी जाऊं,
खनक चूड़ियों की सबको सुनाऊं।
मेरा मुख चाहे, कुछ भी न बोले,
पर आँखें, सारे राज खोलें।
चाहे कितनी भी रहूँ मैं तो ओहले,
पर मेहंदी पे, तेरा नाम सजाऊं।
चाँद संग जैसे चले चाँदनी,
देखूं उसे तो लगे जानी पहचानी।
इशारे करे जैसे सखी हो वो पुरानी,
वह देखे मुझको तो उसे मैं बुलाऊँ।
सजना, चेहरा तू अपना दिखाना,,
कभी रूठ कर दूर तू ना जाना।
प्यार अपना, सदा तू निभाना,
किया वादा तो मैं भी फिर निभाऊँ।
आ, सजना तेरे प्यार पे वारी वारी जाऊं।
तू बताना करे जो हम कसूर,
पर रहना ना यार कभी दूर?
तुझे दूरी ना हमको मंजूर,
मुड़ के जाए ना जोड़ ऐसा लगाऊँ।
1.34pm 30 sept 2024
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