विश्वास को तोड़ा है तुमने मेरे, ओ हसीन।
छुपाते रहे अब तलक अपनी खामियों को तुम ओ नाजनीन।
पता तो पहले भी लगता था, मगर विश्वास नहीं करते थे हम।
खुद सामने हमारे तुमने सब कर दिया,तो क्या कहें ऐ मेरे सनम।
तुम्हारा हर राज़ छुपाया अपने सीने में।
कभी खुद ही तुम उसका इजहार कर देते ,तब भी इल्जाम हमपे लगा देते।
हमारा इक राज़ तुमसे छुपाया ना गया।
ज़रा थी आस तुमसे वो भी.....
क्या कहूं ,तुम्हें मैं ,बेवफा भी नहीं कहा जाता।
सोचता हूं तुम पर जो इल्ज़ाम लगा,
नाम मेरा भी तो साथ गूँजेगा।
सब तेरे नाम से नहीं,
मेरे नाम से तुझे बेवफा कहेंगे।
कहेंगे उसका सनम है बेवफा।
पहचान वह ही ना कर पाया,
बावफा़ और बेवफा़ में।
302 3Aug 1991
Vishwas ko Toda hai tumne mere O Haseen.
Chupate Rahe ab Talak apni Khameo ko O Nazneen.
Pata Toh Pehle bhi lagta tha magar , Vishwas Na Karte Thai Hum.
Khud Samne Hamare Tumne Sab Kar Diya,
Toh Kya Kahain e' Mere Sanam.
Tumhara Har Raaz chupaya apne Seene Mein.
Kabhi Khud Hi Tum uska izhaar Kr Dete ,
Tab bhi Ilzaam Hum Pe Laga dete.
Hamara Ek Raaz Tumse chupaya Na Gaya.
Zara thi aas Tumse Vo bhi....
Kya Kahoon Tumhe Main ,Bewafa bhi nahi kaha Jata.
Sochta Hoon Tum Par Jo iIlzaam Laga.
Naam Mera Bhi Tu Sath gunjega.
Sab Tere naam se nahi,
Mere Naam Se Tujhe Bewafa Kahenge.
Kahain Gay uska Sanam Hai Bewafa.
Pehchan Veh Hi Na Kar Paya,
Baawafa or Bewafa Main.
छुपाते रहे अब तलक अपनी खामियों को तुम ओ नाजनीन।
पता तो पहले भी लगता था, मगर विश्वास नहीं करते थे हम।
खुद सामने हमारे तुमने सब कर दिया,तो क्या कहें ऐ मेरे सनम।
तुम्हारा हर राज़ छुपाया अपने सीने में।
कभी खुद ही तुम उसका इजहार कर देते ,तब भी इल्जाम हमपे लगा देते।
हमारा इक राज़ तुमसे छुपाया ना गया।
ज़रा थी आस तुमसे वो भी.....
क्या कहूं ,तुम्हें मैं ,बेवफा भी नहीं कहा जाता।
सोचता हूं तुम पर जो इल्ज़ाम लगा,
नाम मेरा भी तो साथ गूँजेगा।
सब तेरे नाम से नहीं,
मेरे नाम से तुझे बेवफा कहेंगे।
कहेंगे उसका सनम है बेवफा।
पहचान वह ही ना कर पाया,
बावफा़ और बेवफा़ में।
302 3Aug 1991
Vishwas ko Toda hai tumne mere O Haseen.
Chupate Rahe ab Talak apni Khameo ko O Nazneen.
Pata Toh Pehle bhi lagta tha magar , Vishwas Na Karte Thai Hum.
Khud Samne Hamare Tumne Sab Kar Diya,
Toh Kya Kahain e' Mere Sanam.
Tumhara Har Raaz chupaya apne Seene Mein.
Kabhi Khud Hi Tum uska izhaar Kr Dete ,
Tab bhi Ilzaam Hum Pe Laga dete.
Hamara Ek Raaz Tumse chupaya Na Gaya.
Zara thi aas Tumse Vo bhi....
Kya Kahoon Tumhe Main ,Bewafa bhi nahi kaha Jata.
Sochta Hoon Tum Par Jo iIlzaam Laga.
Naam Mera Bhi Tu Sath gunjega.
Sab Tere naam se nahi,
Mere Naam Se Tujhe Bewafa Kahenge.
Kahain Gay uska Sanam Hai Bewafa.
Pehchan Veh Hi Na Kar Paya,
Baawafa or Bewafa Main.
No comments:
Post a Comment