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Friday, 18 August 2017

291 बदनाम मोहब्बत (Badnaam Mohabbat)

बदनाम कर दिया तुमने मुझे इल्जाम दे कर।
क्या बन गया तुम्हारा मुझे यूँ गम देकर।
प्यार तुमसे किया हमने क्या  यही थी हमारी खता।
बदनामी दे दी मुझे ,दिल  लेकर मेरा।
पहले तन्हा थे हम ,मगर बदनाम नहीं।
बहला लेते थे खुद को दूसरों का साथ लेकर।
नहीं मालूम था इतने संगदिल हो तुम।
नहीं जानते थे पछताना पड़ेगा दिल हमें खोकर।
नहीं चाहते थे हमें तो कह देते हमसे।
राह से हट जाते तुम्हारी हम, चाहे गम सह के।
चाहत को यूँ  रुसवा न करते हम।
चाहे कितने ही दुख इस राह में सहते।
291 21May 1991
Badnam kar diya tumne mujhe Iljaam De ke.
Kya ban gaya Tumhara youn Gham Mujhe De ke.
Pyar Tumse Kiya Humne Yahi Thi Hamari Khata.
Badnami Di Mujhe Dil  Leke Mera.
Pehle Tanha Thay Hum Magar BadNam nahi.
Behla lete Thei Khud Ko dusro Ka Sath deke.
Nahi Maloom tha Itne SungDil Ho Tum.
Nahi Jante THe Pachtana padega Dil haMe KHoke.
Nahi chahte the hame to Keh Dete Humse.
Raah Se Hat Jaate Tumhari Hum ,Chahe Gum Sehke
Chahat ko  yun Rusava na Kerte Hum
Chaahe kitna hi Dukh is Raah Mein Sehte.

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