क्यों मुझे ही मिलते हैं ऐसे दोस्त,
जिनमें वफा का कोई नाम नहीं होता।
पाते रहते हैं वफा हमसे।
और बेवफाई हमें देते हैं।
पास रहते हैं जब जी चाहे तब तलक।
फिर बिन कहे छोड़ कर चल देते हैं।
जब साथ रहते हैं, तड़पाते रहते हैं।
अपनी तड़प हम छुपाते रहते हैं।
वो बेधड़क तड़प देते हैं।
फिर हम सोचते हैं जो छोड़ कर चल दिए वही भले थे।
गम ही दिया तड़प तो नहीं।
दिल को गम ही दिया जलन तो नहीं।
उनकी फिर आने की आस तो है।
जो पास हैं उनकी तड़प जाने की आस भी नहीं।
303 3Aug 1991
Kyon Mujhe hi Milte Hain Aise dost.
Jinmay waffa ka koi Naam nahi hota.
Paate Rehte Hain Wafa Humse.
Aur Bewafai Hume dete hain.
Paas Rehte Hain Jab ji Chahe Tab Talak.
Phir Bin Kahe Chod Kar chal dete hain.
Jb Sath Rehte hai Tadapate Rehte Hain.
Apni Tadap Hum chupate Rehte Hain.
Vo Be Dhadak Tadap dete Hain.
Phir Hum sochte Hai, Jo Chhod Kar Chal Diye wahi Bhale The .
Gum he Diya Tadap To Nahi.
Dil Ko Gum Hi Diya Jalan to nahi.
Unki Phir Aane Ki aas toh hai.
Jo Pass Hain Iinki Tadap Jaane Ki Aas Bhi Nahi.
जिनमें वफा का कोई नाम नहीं होता।
पाते रहते हैं वफा हमसे।
और बेवफाई हमें देते हैं।
पास रहते हैं जब जी चाहे तब तलक।
फिर बिन कहे छोड़ कर चल देते हैं।
जब साथ रहते हैं, तड़पाते रहते हैं।
अपनी तड़प हम छुपाते रहते हैं।
वो बेधड़क तड़प देते हैं।
फिर हम सोचते हैं जो छोड़ कर चल दिए वही भले थे।
गम ही दिया तड़प तो नहीं।
दिल को गम ही दिया जलन तो नहीं।
उनकी फिर आने की आस तो है।
जो पास हैं उनकी तड़प जाने की आस भी नहीं।
303 3Aug 1991
Kyon Mujhe hi Milte Hain Aise dost.
Jinmay waffa ka koi Naam nahi hota.
Paate Rehte Hain Wafa Humse.
Aur Bewafai Hume dete hain.
Paas Rehte Hain Jab ji Chahe Tab Talak.
Phir Bin Kahe Chod Kar chal dete hain.
Jb Sath Rehte hai Tadapate Rehte Hain.
Apni Tadap Hum chupate Rehte Hain.
Vo Be Dhadak Tadap dete Hain.
Phir Hum sochte Hai, Jo Chhod Kar Chal Diye wahi Bhale The .
Gum he Diya Tadap To Nahi.
Dil Ko Gum Hi Diya Jalan to nahi.
Unki Phir Aane Ki aas toh hai.
Jo Pass Hain Iinki Tadap Jaane Ki Aas Bhi Nahi.
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