कई तरह के समय सामने आते हैं।
कभी गम में होते हैं, कभी मुस्कुराते हैं।
हवाएं चलती है ,कभी गरम कभी ठंडी।
कभी खुल के साँस लेते हैं ,कभी ठिठुराते हैं।
जिंदगी चली रहती है धूप छाँव बनकर।
जैसे आती है सामने, काटते जाते हैं।
क्यों नहीं करते मुकाबला अलग परिस्थितियों से।
क्यों उन्हें वहीं उस हाल पर छोड़ जाते हैं।
कभी गम में होते हैं, कभी मुस्कुराते हैं।
हवाएं चलती है ,कभी गरम कभी ठंडी।
कभी खुल के साँस लेते हैं ,कभी ठिठुराते हैं।
जिंदगी चली रहती है धूप छाँव बनकर।
जैसे आती है सामने, काटते जाते हैं।
क्यों नहीं करते मुकाबला अलग परिस्थितियों से।
क्यों उन्हें वहीं उस हाल पर छोड़ जाते हैं।
खुल के करो सामना जैसा भी पल हो सामने।
भूल कर गम सारे ,आओ मुस्कुराते हैं।
जैसे भी आए सामने समां जिंदगी में।
भूल कर गम सारे ,आओ मुस्कुराते हैं।
812 2.36pm 29Jan 2019
Kai Taeha Ke Samay Samne Aate Hain.
Kabhi Gham Mein Hote Hain, Kabhi muskurate Hain.
Huawein Chalti Hai Kabhi Garam Kabhi Thandi.
Kabhi Khul Ke Saans Lete Hain Kabhi Thithurate Hain.
Zindagi Chali rehti hai dhoop Chaanv Bankar.
Jaise Aati Hai Saamne, Katte Jaate Hain.
Kyu nahi karti Muqabla Alag paristhitiin se.
Kyu Unhen Vahin saal par Chod Jate Hain.
Khul Ke karo Samna Jaisa bhi Pal Ho Samne.
Bhool Kar Gum sare Aao muskurate Hain.
Jeise Bhi Aae Samne sama Zindagi Mein.
Bhool Kar Gum Sare Aao Muskuraate Hein.
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