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Tuesday, 18 July 2017

K3 00134 वह आते हैं पास तो जैसे एहसान करते हैंहैं(Woh Aate Hain Hamare Paas Toh Jaise Ehsaan Karte Hain)

वह आते हैं पास तो जैसे एहसान करते हैं।
काम अपना करके वो तो चलते बनते हैं।
हमारी परवाह करके कौन यहाँ आता है।
आते हैं तो, अपने काम की बात करते हैं।
हमारी बात कौन यहांँ सुनता है,
वही कहते हैं, हम तो बस सुनते हैं।
हम जाना चाहते थे उनके पास मगर वही पहले आ गए।
वह आते हैं पास तो जैसे एहसान करते हैं
कहा, तुम्हें तो हमारे पास आने की चाह नहीं।
हमने भी सोचा, उन्हें भी तो हमारी परवाह नहीं।
नहीं जाते उनके पास तो क्या बुरा करते हैं।
वह आते हैं पास तो जैसे एहसान करते हैं।
हमने बताया हम आज तुम्हारे पास आने वाले थे।
वो कहते हैं, जो नहीं आते वो यही कहा करते हैं।
हम चुप रहे, वो क्या जानें हमारे जज़बात।
काम अपना करके वो तो चलते बनते हैं।
वह आते हैं पास तो जैसे एहसान करते हैं।
134 21 Dec 1989
Woh Aate Hain Hamare Paas Toh Jaise Ehsaan Karte Hain.
Kaam To Vo Apna Kar Ke , yahan se Chalte bante hain.
Hamari Parwah Karke Kon Yahan Aata Hai.
Aate hain toh, apne hi Kaam Ki Baat Karte Hain.
Hamari baat Kaun Yahan Sunta Hai.
Wahi Kehte hain Yahan Aakr, Hum Toh Bas sunte Hain.
Hum Zana to Chahte The unke paas , Magar, wahi pehle aa Gaye.
Vo Aaye Hamare Paas Toh Jaise Ehsaan Karte Hain.
Kaha, Tumhe toh Hamare Paas aane ki Chah nahin.
Humne Bhi Socha Unhain Bhi to Hamari Parwah Nahi.
Nahi Jaate Unke Pass tu kya Bura kerte hain.
Woh Aate Hain Hamare Paas Toh Jaise Ehsaan kerte hain.
Hum ne bataya Hum Aaj tumhare paas Aane Wale the.
Tu Kehte Hain ,Jo Nahi Aati Woh Yahi kaha Krte hain.
Hum Chup Rahe, wo kya Jane Hamare juzbaat ,
Kaam to Vo apna kar ke yahan se Chalte bante hai.
Woh Aate Hain Hamare Paas Tuo Jaise Ehsaan Karte Hain.

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