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Thursday, 31 August 2017

195 छीना मेरा यार (cheena Mera Yaar)

वह मुस्कुराते हैं देखिए किस तरह यार मेरा छीन कर।
हंसता है जैसे कोई हारी हुई बाजी़ जीत कर।
किस तरह प्यार का इजहार किया करते थे वो कभी।
 अब बन गए हैं उनके ऐसे ,जैसे मुलाकात हमसे हुई ही ना हो कभी।
वह भी साथ रहे हमारे ऐसे जैसे हमारी खुशी में अपनी खुशी समझते हैं वो।
नहीं जानते थे दिलदार को भी मेरे, अपना समझते हैं वो।
आंख हमारी अब खुली, जो प्यार हमसे छिन गया।
अब देखा हमने कि वह भी गया, जिसके पास था दिल गया।
जीने के लिए मुझे गम दे गया, अपनी बेवफाई दे गया।
प्यार हमारे पास जितना था वह ले गया, साथ हमारा दिल ले गया।
195  9July 1990
Woh muskurate Hai n dekhiye Kis Tarah yaar Mera Cheen kar.
Hansta Hai Jaise koi Haari Hui Baazi Jeet kar.
Kis Tarah Pyar Ka izhaar Kiya Karte tHai Wo Kabhi.
 ab Ban Gaye Hain unke Aise Jaise Mulakat Humse hui hi na ho kabhi.
Woh Bhi Saath rahe Hamare Aise Jaise Hamari Khushi Mein Apni Khushi samajhte hain woh.
Nahi Jante the Dildar Ko Bhi Mere Apna samajhte Hain vo.
Aankh Hamari ab Khuli Jo Pyar Humse Chin Gaya.
AB Dekha Humne ki Wo bhi kya Jiske Paas Tha Dil Gaya.
Jeene Ke liye Mujhe Gum de gya apni Bewafai De Gaya.
 Pyar Hamare Paas jitne Tha Vo Le Gya, Saath Hamara Dil Le Gaya

Wednesday, 30 August 2017

196 भुला दिया (Bhula Diya)

अंजान बने जाते हैं देखिए वह किस तरह।
डाली भूल जाती है पत्ते को जुदा होने के बाद जिस तरह।
आवाज देने की कोशिश हमने की,
मगर ,आवाज भीड़ में गुम हो गई।
आंखों से ओझल होते उन्हें देखकर धड़कन मेरी सुन हो गई।
मगर, हौसला किया हमने और भूल जाना चाहा।
हमने भुला दिया ,किस तरह जब पहली बार मिले थे ,उन्होंने था हमें सराहा।
जान गए अब हम यह दुनिया सिर्फ मतलब की है।
कुछ भी कीजिए किसी के लिए उन्हें तो सिर्फ चाहत पाने की तलब है।
हमने जो ज़रा रूठना चाहा उनकी गलती पर, उन्होंने मुंह फेर लिया।
उन्होंने तो राह बदल ली, हमें ग़मों ने घेर लिया।
समझ गए हैं हम कुछ नहीं होगा यूँ गम में जलने से।
ऊँचे मुकाम मिलते हैं ऊँचे विचार मन में पलने से।
196 9 July 1990
Anjaan Bane Jaate Hain,Dekhiye Vo Kis Tarah.
Daali Bhool Jaati Hai Patte Ko Juda Hone Ke Baad Jis Tarah.
Aawaaj Dene Ki Koshish Humne Ki,
Magar Aawaz Bheed Main Gum Ho Gai.
Aankhon se Ojhal Hote Unhain Dekhkar Dhadkan Meri Sun Ho Gai.
Magar Honsla Kiya Humne Or Bhool Jana Chaha.
Humne Bhoola Diya Kis Tarah Jab Pehli Baar Mile Thai , Unhone Humain Tha Saraha.
Jaan Gae Ab Hum ,Ye Duniya Hai Sirf Matlab Ki Hai.
Kuch Bhi Kijiye kisi Ke Liye ,
Unhain Tou Sirf Chahat Paane Ki Talab Hai.
Humne Jo Jra Roothna Chaha Unki Galti Par,Muh Pher Liya.
Unhone Tou Raah Badal Li Humain Gumon Ne Gher Liya.
Samajh Gae Hain Hum, Kuch Nahin Hoga Yun Gam Main Jalne Se.
Unche mukaam Milte Hain Unche Vichaar Man Main Palne Se.

Tuesday, 29 August 2017

303 दोस्त (Dost)

क्यों मुझे ही मिलते हैं ऐसे दोस्त,
जिनमें वफा का कोई नाम नहीं होता।
पाते रहते हैं वफा हमसे।
और बेवफाई हमें देते हैं।
पास रहते हैं जब जी चाहे तब तलक।
फिर बिन कहे छोड़ कर चल देते हैं।
जब साथ रहते हैं, तड़पाते रहते हैं।
अपनी तड़प हम छुपाते रहते हैं।
वो बेधड़क तड़प देते हैं।
फिर हम सोचते हैं जो छोड़ कर चल दिए वही भले थे।
गम ही दिया तड़प तो नहीं।
दिल को गम ही दिया जलन तो नहीं।
उनकी फिर आने की आस तो है।
जो पास हैं उनकी तड़प जाने की आस भी नहीं।
303 3Aug 1991
Kyon Mujhe hi Milte Hain Aise dost.
Jinmay waffa ka koi Naam nahi hota.
Paate  Rehte Hain Wafa Humse.
Aur Bewafai Hume dete hain.
Paas Rehte Hain Jab ji Chahe Tab Talak.
Phir Bin Kahe Chod Kar chal dete hain.
Jb Sath Rehte hai Tadapate Rehte Hain.
Apni Tadap Hum chupate  Rehte Hain.
Vo Be Dhadak Tadap dete Hain.
Phir Hum sochte Hai, Jo Chhod Kar Chal Diye wahi Bhale The .
Gum he Diya Tadap To Nahi.
Dil Ko Gum Hi Diya Jalan to nahi.
Unki Phir Aane Ki aas toh hai.
Jo Pass Hain Iinki Tadap Jaane Ki Aas Bhi Nahi.

Monday, 28 August 2017

302 हमारा इक राज़ तुमसे छुपाया ना गया (Hamara Ek Raaz Tumse chupaya Na Gaya.)

विश्वास को तोड़ा है तुमने मेरे, ओ हसीन।
छुपाते रहे अब तलक अपनी खामियों को तुम ओ नाजनीन।
पता तो पहले भी लगता था, मगर विश्वास नहीं करते थे हम।
खुद सामने हमारे तुमने सब कर दिया,तो क्या कहें ऐ मेरे सनम।
तुम्हारा हर राज़ छुपाया अपने सीने में।
कभी खुद ही तुम उसका इजहार कर देते ,तब भी इल्जाम हमपे लगा देते।
हमारा इक राज़ तुमसे छुपाया ना गया।
ज़रा थी आस तुमसे वो भी.....
क्या कहूं ,तुम्हें मैं ,बेवफा भी नहीं कहा जाता।
 सोचता हूं तुम पर जो इल्ज़ाम लगा,
नाम मेरा भी तो साथ  गूँजेगा।
सब तेरे नाम से नहीं,
मेरे नाम से तुझे बेवफा कहेंगे।
कहेंगे उसका सनम है बेवफा।
पहचान वह ही ना कर पाया,
बावफा़ और बेवफा़ में।
302 3Aug 1991
Vishwas ko Toda hai tumne mere O Haseen.
Chupate Rahe ab Talak apni Khameo ko O Nazneen.
Pata Toh Pehle bhi lagta tha magar , Vishwas Na Karte Thai Hum.
Khud Samne Hamare Tumne Sab Kar Diya,
Toh Kya Kahain e' Mere Sanam.
Tumhara Har Raaz chupaya apne Seene Mein.
Kabhi Khud Hi Tum uska izhaar Kr Dete ,
Tab bhi Ilzaam Hum Pe Laga dete.
Hamara Ek Raaz Tumse chupaya Na Gaya.
Zara thi aas Tumse Vo bhi....
Kya Kahoon Tumhe Main ,Bewafa bhi nahi kaha Jata.
Sochta Hoon Tum Par Jo iIlzaam Laga.
Naam Mera Bhi Tu Sath gunjega.
Sab Tere naam se nahi,
Mere Naam Se Tujhe Bewafa Kahenge.
Kahain Gay uska Sanam Hai Bewafa.
Pehchan Veh Hi Na Kar Paya,
Baawafa or Bewafa Main.

Sunday, 27 August 2017

298 क्या कहें (Kya Kahin)

मन में हमारे कोई बात नहीं थी
फिर भी वो यही कहेंगे कि उन्होंने जानबूझ कर ये ना किया।
हमने तो उनसे यह सब कैसे कहेंगे इस पर कितना सोचा।
पर क्या करें जब दिल साथ था तो दिमाग ने साथ ना दिया।
अब भी हमारे दिल की क्या हालत है वो क्या जाने।
वह तो यही कहेंगे हमसे ना कह दी।
 और दिल हमारा फारिग हो गया।
298 20 April 1990
Man mein Hamare koi baat nahin thi.
Phir bhi vo Yahi kahain gay ki Humne Ne Jaan Bujh kar Ye na Kiya.
Humne tuo Unse ye sab kaise Kahenge Is per Kitna Socha
Par Kya Karain Jab Dil sath tha to dimaag Mein Saath Na Diya.
Ab bhi Hamare Dil Ki Kya Halat hai wo kya Jane.
Woh toh Yehi Kahenge Humne Na Keh Di.
Aur Dil Hamara Fareeg Ho Gaya

Thursday, 24 August 2017

297 खत (khat)

आपने उनके खतूत पढ़े।
हमने उनका दिल पढ़ लिया।
आपने की नजरों से बातें।
हमने तो उनका दिल ले लिया।
इजहार भी ना करने दिया उन्हें।
और इकरार कर लिया।
पैगाम ले लिया उनसे,
उन्हें पैगाम दे दिया।
दिल ले लिया मैंने उनका।
अपना दिल उनको दे दिया।
कहो इश्क में तुमने क्या किया।
आपने उनके खतूत  पढ़े।
हमने उनका दिल पढ़ लिया।
297 4July 1991
Apne Unke khtoot Pade.
Humne unka Dil Pad Liya.
aap ne Ki Nazron Se Baatein.
Humne toh Unka Dil Le Liya.
Izhaar Bhi na karne Diya Unhain
Aur iqrar kar Liya.
Pegaam le liya Unse.
Unhain Pegaam De Diya.
Dil Le Liya maine Unka.
Apna Dil unko De Diya.
Kaho Ishq Mein Tumne Kya Kiya.
ApneUnke khtoot hi Pade.
Humne Unka Dil pad liya.

Wednesday, 23 August 2017

296 तकदीर (Taqdeer)

क्या कहूं मैं तुझको ए जाने वफा।
तकदीर में मेरी ना जाने क्या है लिखा
दिल में मेरे भड़कता तूफान से उठा।
चाहता है दिल मेरा ये दुनिया दूँ  जला।
हर तरफ खून की लहर है उठी।
हर तरफ गहरा तूफान है चला।
क्या कहूं ओ ऊपर वाले।
क्या तेरा भी इस पर जोर ना चला।
296 23 May 1991
Kya Kahoon Main Tujhko e' Jaane Wafa.
Taqdeer mein meri Na Jaane Kya Hai likha.
Dil Mein Mere Bhadkta Toofan Hai Utha.
Chahta Hai Dil Mera yea Duniya dun Jala
Har Taraf Khoon Ki Lehar Hai uthi.
Har Taraf Gehra Toofan Hai chala.
Kya Kahoon O upar wale.
Kya Tera Bhi Is Pe Jor na chala.

Tuesday, 22 August 2017

295 अंजाम (Anjaam)

अब ना जाने क्या इसका अंजाम होगा।
ना जाने कहां कहां तक नाम मेरा बदनाम होगा।
जीते थे हम जिस शान से दुनिया में।
ना जाने क्या हाल उस शान का होगा।
ना जाने कहां कहां.......।
यू तो जी लेते तेरी जुदाई सह कर हम।
 तेरी बुराइयों को भी भूल जाते हम।
नहीं सोचा था तेरे ही हाथों यूँ इश्क मेरा बदनाम होगा।
नहीं जानते थे इसका यह अंजाम होगा।
ना जाने कहां कहां.......।।
एक धागा था जोड़ रखा हमने दिल से दिल के तार का।
जी रहे थे सुन थुन उस की झंकार का।
नहीं सोचा था हमने नाकामियों का यूँ पर्दाफाश होगा।
नहीं जानते थे कि उल्फत में हमारा ये हाल होगा।
ना जाने कहां कहां.......।।।
295 22 May 1991
Ab Na Jane Kya Iska Anjaam hoga.
Na Jaane Kahan kahan tak naam mera Badnaam hoga.
Jeete The Hum Gis Shaan Se Duniya Mein.
Na Jane Kya haal Us Shaan ka hoga.
Na Jaane Kahan kahan......
Yun to zee late Teri Judai Seh Kar Hum.
Teri Buraaiyon Ko Nhi Bhool Jate Hum.
Nahi Socha Tha Tere Hi Haathon Yun  Ishq Mera Badnaam hoga.
 Nahi Jante the Ishq Ka Ye Anjaam hoga.
Na Jaane Kahan kahan........
Ek Dhaga ka Jod Rakha Humne Dil Se Dil Ke taar ka.
 Zee Rahe They Sun Dhun Is Ki Jhankar Ka.
Nahi Socha Tha Humne Nakaamiyon ka Yun Parda fash hoga.
Nahi Jante the ki Ulfat Mein Hamara Ye Haal hoga.
Na Jaane Kahan kahan......

Monday, 21 August 2017

294 सहारा चाहिए सच्चाई को (Sahara Chahiye Sachaai ko)

कल्पना ना की थी कभी हमने,
यूं होगी कर्मठता की हत्या।
कायरों ने कर दिया उसका अंत।
जिसके जीवन का अर्थ थी सत्यता।
मेरे सामने जो आ जाता वह हत्याराः
तो कर देता उसका मैं अंत।
मगर एक बार तो धागा टूट ही गया है।
अब ना होगा इसका संग।
भगवान को ही प्रार्थना करेंगे हम।
कि सहारा दे दे एक बार सच्चाई को।
कि झूठ के सामने टिक सकें।
नहीं तो ना रहेगी मानवता
हो जाएगा सच्चाई का अंत।
294 22 May 1991
Kalpana na ki thi Kabhi Humne
Youn Hogi Karmath-ta ti Hatya.
Kayron Ne kar diya uska aunt.
Jis Ke Jivan ka Arth The Sathya-ta ,.
Mere saamne to aa jata Vo Hatyara.
Tu kar deta  Uska main Ant .
Magar ek baar to Dhaga Tuit he Gaya.
Ab Na Hoga iska sung.
Bhagwan ko Hi Prathna Karenge Hum.
Sahara de de Ek Baar Sachaai ko.
Ki Jhoot ke Paanv na Tik Sakain.
Nahi Tu Na Rahe gi Manavta
Ho Jayega Sachai ka Ant.

Sunday, 20 August 2017

293 सत्यता का अंत ( satayata ka Ant)

किस निर्ममता से किया है तूने सत्यता का अंत।
क्यों ना सोचा कि क्या होगा इसका अंजाम।
आज देश को जब आन पड़ी थी सत्यता की आवश्यकता।
क्यों कर दिया तूने इसका काम तमाम।
मुश्किल से तो होता है कोई पैदा सत्यता का पुजारी।
क्यों कुछ नहीं सोचा तुमने क्या तेरी मत गई थी मारी।
झूठ के पांव नहीं होते यह तो सुना होगा।
उसके खो जाने से देश का हर कोना सुना होगा।
काश तू पहचान पाता सच के अशय को।
तो यूँ ना बिगाड़ता इस देश के भविष्य को।
कत्ल हो गया है सच्चाई का आंसू मत बहाओ।
सह लो इसी आस पर कि फिर इसका सा सूरज उदय होगा।
203 21 May 1991
Kis Nirmamta Se Kiya Hai Tumne satayata ka Ant.
Kyun Na Socha Ki Kya Hoga iska Anjaam.
Aaj desh ko Jab Aan Padi thi satyata ki avashyakta.
Kyun kar diya tune Is ka  kaam Tamam.
 Mushkil Se Toh Hota Hai Koi Paida Satyata Ka Pujari.
Kuch nahi Socha Tune Kya Teri  mat Gayi Thi Mari.
Choot ke paanv nahi hote hai Ye toh suna hoga.
Uske Kho Jane Se Desh Ka har Kona  Soona hoga.
Kaash Tu pehchan Pata Sach ke Aashy Ko.
Tou Yun na bigadta Is Desh Ke Bhavishya ko.
Kattle ho gaya hai Sachaai ka Aansu mat bahao.
Seh Lo Isi aas per Ki Phir iska sa Koi Suraj fir Uday hoga.

Saturday, 19 August 2017

292 तू मेरी दोस्ती को तरसे (Tu Meri Dosti Ko Tarse)

 मेरे साथ साथ रो रहा है आसमान भी।
मेरी आंसू तो नहीं दिखे ,मगर
इसकी धड़कन को तो पहचान तू।
यह कर रहा है हाल मेरे दिल का ब्यान।
क्या तूफान उठा रहा है इधर
एक बार आके कर दीदार तू।
तड़प उठेगा तेरे  दिल का हर कोना,
पुकार इसकी सुनकर।
मत होना देखकर इसे हैरान तू।
क्योंकि सभी दिल लगाने वालों का,
 यही अंजाम होता है आखिर।
कुछ अलग नहीं है इसकी मिसाल तू।
तड़पता है एक तो दूसरे के प्यार में,
पर दूसरा हंसता है उसके आंसुओं पर।
कर ले सब की तरह मुझे भी बदनाम तू।
मना लेंगे दिल को किसी तरह,
नहीं माना तो भी नहीं कहेंगे,
कि इसका भी है गुनहगार तू।
आसुओं से सजाएंगे हम,
अपने खून ए जिगर को।
फेर लेना अपना रुख ,तब ,उधर तू।
बदनाम हो गए हम तो क्या,
सभी दिल लगाने वालों का यही हश्र होता है।
दिल तोड़कर भी रहे इज्जतदार तू।
तड़पना तो हमारी ही किस्मत में लिखा था,
गम भी हमारी ही किस्मत में थे।
तभी तो हो गयी हमारी मोहब्बत से दूर तू।
तड़पते हैं हम क्योंकि यही जिंदगी है मेरी,
यह भी तो सभी को नहीं मिलता।
रहना ना मगर इससे बेखबर तू।
यही कहते हैं हम,
 तुम भी कभी तपड़ते हमारे प्यार में।
गम होगा शामिल तुम्हारी जिंदगी में भी।
मत रहना इससे अंजान तू।
292 21May 1991
Mere Saath Saath Ro Raha Hai Aasman bhi.
Mere Aansu Tuo Na Dikhe Magar iski Dhadkan ko toh Pehchan tu.
Yeah Keh Raha Hai Haal Mere Dil Ka Bayan.
Kya Toofan Utha raha hai idhar,
Ik Baar Aake kar Deedar tu.
Tadap Uthe-ga Tere Dil Ka Har Kona,Pukar iski sunker.
Mat HoNa Dekh Kar  Isay Hairaan Tu.
Kyunki Dil Laga Ne walo ka,Yahi Anjaam hota hai Aakhir.
Kuch Alag nahi hai is ki misaal tu.
Tadpata Hai Ek to Doosre Ke Pyar Mein,
Per Dusra Hansta Hai  uske Aansuon par.
Karle Tu Bhi Sab Ki Tarah Mujhe Badnaam tu.
Mana lange is Dil Ko Kisi Tarah
Nahi Mana tu bhi nahi Kahenge
Ki Iska bhi hai gunehgaar tu.
Aansuon Se Sjayenge Hum
Apne Khoon Jigar ko.
Fer Lena Apna Rukh ,Tab, Udhar Tu.
Badnam Ho Gaye Hum Toh Kya
Sabhi Dil LagaNe Walon Ka Yahi Hashr Hota Hai.
Dil Tod Ke Bhi Rahe Izzatdaar tu.
Tadapna to Hamari Kismat Mein Likha Hai,
Gum Hamari Kismat Mein the,
TAbhi toh Ho Gayi Humari Mohabbat Tu.
 Tadpte Hain Hum, Kyunki Yehi ab Zindagi Hai Meri.
Yeh bhi toh Sabhi Ko Nahi Milta,
Rehna na Magar Is-se BeKhabar Tu.
Ye Kehte Hain Hum Tum Bhi Tadpo Kabhi Hamare Pyar Me,
Gum ho Shamil Tumhari Zindagi Mein Bhi,
Mut Rehna is se Anjaan Tu.

Friday, 18 August 2017

291 बदनाम मोहब्बत (Badnaam Mohabbat)

बदनाम कर दिया तुमने मुझे इल्जाम दे कर।
क्या बन गया तुम्हारा मुझे यूँ गम देकर।
प्यार तुमसे किया हमने क्या  यही थी हमारी खता।
बदनामी दे दी मुझे ,दिल  लेकर मेरा।
पहले तन्हा थे हम ,मगर बदनाम नहीं।
बहला लेते थे खुद को दूसरों का साथ लेकर।
नहीं मालूम था इतने संगदिल हो तुम।
नहीं जानते थे पछताना पड़ेगा दिल हमें खोकर।
नहीं चाहते थे हमें तो कह देते हमसे।
राह से हट जाते तुम्हारी हम, चाहे गम सह के।
चाहत को यूँ  रुसवा न करते हम।
चाहे कितने ही दुख इस राह में सहते।
291 21May 1991
Badnam kar diya tumne mujhe Iljaam De ke.
Kya ban gaya Tumhara youn Gham Mujhe De ke.
Pyar Tumse Kiya Humne Yahi Thi Hamari Khata.
Badnami Di Mujhe Dil  Leke Mera.
Pehle Tanha Thay Hum Magar BadNam nahi.
Behla lete Thei Khud Ko dusro Ka Sath deke.
Nahi Maloom tha Itne SungDil Ho Tum.
Nahi Jante THe Pachtana padega Dil haMe KHoke.
Nahi chahte the hame to Keh Dete Humse.
Raah Se Hat Jaate Tumhari Hum ,Chahe Gum Sehke
Chahat ko  yun Rusava na Kerte Hum
Chaahe kitna hi Dukh is Raah Mein Sehte.

Thursday, 17 August 2017

290 तुम्हारी एक नज़र(Tumhari Ek Nazar)

आज तुमने परेशान कर दिया मुझे इक नजर देखकर।
पहले तो किस तरह चले जाते थे तुम मुँह फेर कर।
तब तरसता था मेरा दिल एक नजर के लिए।
जब रहते थे तुम हम से बिल्कुल ही बेखबर।
चाहत थी तब हमारी कि तुम हमें देख लो इक बार।
सोचता था कि मिल जाए तुम्हारी नज़र से मेरी नज़र।
अब तो दिल उठ गया है मोहब्बत के नाम से मेरा।
क्यों तड़पा दिया मेरे दिल को फिर एक नज़र देख कर।
क्यों नहीं तुम अब भी रहे हमसे यूँही बेखबर।
क्यों नहीं तुम चले गए पहले की तरह मुँह फेरकर।
290 20 May 1991
Aaj Tumne pareshan kar diya Mujhe Ik Nazar dekh kar.
Pehle Toh Kis Tarah Chale jate Thai Tum muh Pher kar.
Tab Tarsta Tha Mera Dil Ek Nazar Ke Liye.
Jab Rehte th e Tum Humse bilkul hi khabar
Chahat thi Tab Hamari Ki Tum Hame Dekh Lo Ek Baar.
Sochta tha ki Mil Jaye Tumhari Nazar Se Meri Nazar.
 ab toh dil uth Gaya Hai Mohabbat ke naam se mera.
Kyun Tadpa Diya Mere Dil Ko Phir Ek Nazar dekh kar.
Kyun nahi Tum Ab Bhi rahe Humse youn Hi Bekhabar.
Kyon nahi Tum Chale Gaye Pehle Ki Tarah muh Pher kar.

Wednesday, 16 August 2017

K3 00184 खता तो बता दे (Khata toh bata de)

आज दिल नहीं करता मेरा बात करने को किसी से।
दिल की हालत ऐसी है जैसे दिल लग गया हो किसी से।
हालत पर मेरी ऐ खुदा तुझे रहम आता नहीं।
दर्द ऐसा लगा है मेरे दिल को के दूर जाता नहीं।
इसकी कुछ तो दवा होगी मालिक मेरे।
क्यों सताता है, क्या हम बंदे नहीं तेरे।
मेरी तमन्ना जो है, वो घुटती नज़र आती है।
नाव मेरी किनारे लगने से पहले डूबी जाती है।
आसान सा काम मुश्किल बना जा रहा है।
बोल क्या तुझे मेरा दर्द नज़र नहींआ रहा है।
कितनी खुशी से मंजिल तय की थी मैंने अपनी जिंदगी की।
शुरू करने से पहले सफ़र, दिल से बंदगी की।
सर पर तेरा साया चाहा था अपने।
क्यों इस तरह बिखर रहे हैं मेरे सपने।
क्या कोई खता की है या किसी से धोखा किया है ?
अगर नहीं, तो क्यों तुमने मुझे यह गम दिया है ?
हर पल तेरा ही नाम जुबान पर रहा है मेरी।
फिर क्यों मेरे दिन हुए सूने, और रातें अँधेरी।
कैसे नियम बनाता है तू अपने बंदों के लिए।
जो करें खता रहें खुश, और तेरे बंदे  यूँ जिएं।
मेरी खता तो बता दे मेरे दाता।
कहाँ गलत हूँ मैं यह मुझे नजर नहीं आता।
भूल क्या हुई है, मुझको वो बता दे।
भूल की है तो चाहे, फिर तू कोई सज़ा दे।
कबूल कर लूंँगा मैं हँस कर।
लेकिन ये बिन वजह जुल्म बंद कर।
अगर भेजा है तूने यहाँ मुझे।
तो जीने दे दूसरों की तरह मुझे।
कह दे तू तो तेरा नाम न लूँ मैं।
हर खुशी जो झूठी है थाम लूँ मैं।
ज़माने के साथ चलने को कह दे तू तो संग चल दूँ।
या ज़माने के सारे नियम भंग कर दूँ।
क्या इच्छा है मालिक मेरे तू बता दे।
अब जो चाहे देनी है सजा़ दे।
कबूल है मुझे तेरी हर सजा़ और दवा।
मगर अपनी छाया में मुझे दे दे, थोड़ी सी  जगह।
184 29 April 1990
Aaj Dil Nahi Karta Mera baat karne Ko Kisi Se.
Dil Ki Halat aiesi hai Jaise Dil-lagi Ho Gayi Ho Kisi Se.
Halat pe Meri Aye Khuda Tujhe Reham Nahi Aata.
Dard aisa Laga Hai Mere Dil Ko k Dur Nahi Jata.
Iski Kuch Toh Dawa Hogi Malik Mere.
Kyon Sataata hai, kya Hum Bande nahi tere.
Meri Tamanna Jo hai wo Ghut-ti Nazar Aati Hai.
Naav meri Kinare LagNe Se Pehle Dhobi Jaati Hai
Assan Sa Kaam Mushkil Bana Ja Raha Hai.
Bol kya tujhe Mera Gham Nahi Nazar Aa Raha Hai.
Kis Khushi Se Manzil Tae Ki Thi Maine Apni Zindagi Ki.
Shuru karne se pahle Safar, Dil Se Teri Bandgi ki.
Sar Pe Tera Saya Chaha Tha Apne.
Kyu Is Tarah bikhar Rahe Hain Mere Sapne.
Kya koi Khata Ki Hai Ya Kisi Se Dhoka Kiya Hai.
Agar nahi toh Kyun tune mujhe ye Gham Diya Hai .
Har Pal Tera hi Naam juban Par Raha Hai Meri.
Phir Kyun mere Din Hue Sune Aur Raatain Andheri.
Kaise Niyam banata hai Tu Apne bandon ke liye.
Jo Kare Khata, Rahe Khush aur Tere Bande Yun Jiyen.
Meri Khata toh bata de mere Daata.
Kahan galat hun mein Ye Mujhe Nazar Nahi Aata.
Bhul Jo Hui Mujhse Woh Bata De.
Bhool ki chahe  jo Bhi Tu Saja de.
Kabool kar lunga mein Hans kar.
Lekin Ye Bin Vajeh Julm band kar.
Agar Bheja Hai Tune Yahan Mujhe.
Tu Jeene De Dusron Ki Tarah Mujhe.
Keh De tu toh Tera Naam Na Lun mein.
Har Khushi Jo Jhooti Ho Tham Loon Main.
Zamane Ke Sath chalne ko keh De tu Toh Sang chal dun.
Yeah Zamane Ke Sare Niyam Bhang kar dun.
Kya Iccha Hai Malik Mere Tu Bta De.
Ab jo chahe deni hai Saza De.
Qubool Hai Mujhe Teri Har Saja Or Dwa.
Magar apni Chhaya Mein mujhe thodi si De De Jagah.

Tuesday, 15 August 2017

K3 00183 जाल( Jaal)

जाल बिछाया है किसी ने तुझे फँसाने के लिए।
लड़ ले तू भी अपनी जिंदगी बचाने के लिए।
चाल तो उन्होंने भी खूब चली है।
तोड़ दे उनके मन में जो आशाएं पली हैं।
तुझको कमजोर समझते हैं वो।
बता दे उनको कि तुम क्या हो।
हर चाल उनकी धोखे से भरी
होगी।
हर चाल तेरी उनको मात देगी।
काटना तू तीर उनका अपने निशाने से।
मिटा देना ज़ुल्म का निशान जमाने से।
183 27 April 1990
Jaal bichaya Hai Kisi Ne Tujhe Phsaane ke liye
Lad le to be apni Zindagi bachane Ke Liye
 Chaal toh unhon ne bhi khoob Chali Hai
Tod de Unkay man mein  Jo Aashayen Pali  Hain.
TujhKo kamjor samajhte Hain Vo
Bta De Unkho ki tum kya ho.
Har Chaal Unki dhoke se Bhari Hogi.
Har Chaal Teri Unko Maat Degi.
Kaatna Tu Teer Unka Apne Nishane se.
Mita DeNa Zulm Ka Nishan Zamane Se.

Monday, 14 August 2017

K3 00181 जब ग़म होता है (Jab Gum Hota Hai)

आँख हँसती है दिल रोता है।
तुम क्या जानो क्या होता है ,
जब ग़म होता है।
हर शब्द ग़म ही दिखाई देता है ।
हर साथ बेवफ़ा होता है।
साथ कोई भी अपना बनके चलता नहीं।
जो चलता है बेगाना होता है।
जाम भी भर के खाली हो जाते हैं,
जो भी साकी जाम देता है।
हर कोई पागल समझता है,
मगर, पागलखाने जाना मना होता है।
हर तरफ पतझड़ होता है।
पर हर जगह बादल दिखाई देता है।
राधा कान्हा को भगवान,पर हमें,
लोग दीवाना तो कभी पागल कहते हैं।
गम खाने वालों का
दुनिया के लिए यही नाम होता है।
दीवाने इसे फिर भी सहते हैं।
यही नाम उनके गम सहने का इनाम होता है।
181 17 April 1990
Aankh Hasti Hai Dil Rota Hai.
Tum kya Jano Kya Hota Hai jab Gam Hota Hai.
Har shabd Gam Hi Dikhai deta hai.
Hur saath Bewafa Hota Hai.
Saath koi bhi apna Banke chalta nahi.
Jo Chalta Hai Begana Hota Hai.
Jaam Bhi  Bhar Ke Khali ho Jate Hain.,
JoBhi Sakki Jaam deta hai.
Har Koi Pagal Samajhta Hai.
 Magar pagal khana Jana Mana Hota Hai.
Har Taraf Patjhad Dikhai deta hai.
Aisa Dikhta Hai Jaise Badal Dikhai deta hai.
Kanha Radha Ko Bhagwaan,per Humain,
Log Deewana to kabhi pagal kehte hain.
Gum khane walo ka Duniya Ke Le liye Yahi Naam Hota Hai
Deewane ise Phir Bhi Sehte Hain.
Yahi Naam Unki Gham Sehne Ka INaam Hota Hai.

Sunday, 13 August 2017

K3 00179 दिल की जुबान (Dil ki Zubaan)

उनकी जुबान जो खुली दिल सहम गया।
पल भर को साँस रुक गई कि वो क्या कहेंगे।
बात निकली जो लब से उनके,
नतीजा जो निकला दिल हैरान रह गया।
उनके लब ही हिले और कानों ने सुन लिया।
लोग जो एक तरफ खड़े थे देखते ही रह गए।
दिल की ज़ुबान समझने वाले समझते हैं।
प्यार की बात थी वो आँखों ही आँखों में कह गए।
179 11April  1990
UnKi Zubaan Jo Khuli Dil Seham Gaya.
Pal Bhr KoRuk Gai Saans ki Vo kya Kahenge.
Baat Nikli Jo lab say,
Nteeja jo Nikla Dil Hairaan Reh gaya.
Unke lab Hi Hile Or Kaano Ne Sun Liya.
 log jo Ek Taraf khade Thai dekhte Hi Reh Gaye.
Dil Ki Zubaan samajhne wale samajhte hain.
Pyar Ki Baat Thi Vo Ankhon hi Ankhon Mein Keh gaye.

Saturday, 12 August 2017

K3 00178 चाहत (Chahat)

हर हालत में तुम को पाना चाहता हूंँ।
तेरी जुल्फ़े हैं कितनी घनी।
तेरी जुल्फों की छाओं में रहना चाहता हूँ।
तू चलती है तो मेरा दिल मचलता है।
तेरे संग चलना चाहता हूँ ।
सब कहते हैं तेरा साथ बड़ा प्यारा है।
तेरे संग रहना चाहता हूँ।
हवाएं चलती हैं तो तेरा दामन लहराता है।
तेरे दामन में छुप जाना चाहता हूँ।
तेरे साथ की तमन्ना है मुझे।
तेरे साथ रहना चाहता हूँ।
आवाज में मेरी असर है तो तू आ जाएगी।
अपनी आवाज को आज़माना चाहता हूँ।
178 7April 1990
Har halet me Tumko Pana Chahta Hoon main.
Teri Julfon Hain Kitni Ghani .
Teri Zulfon Ki Chhaon Mein Rehna Chahta Hoon Main.
Tu Chalti Hai Tuo Mera Dil machalta Hai.
Tere Sang Chalna Chahta Hoon Main.
 Sab Kehte Hai Tera Saath Bada Pyara lagta hai.
Tere Sang Rehna Chahta Hoon Main.
Hawaayen Chalti hain toh Tera Daman lehrata hai.
Tere Daaman Mein Chup Jana Chahta Hoon Main.
Tere Sath Ki Tamanna Hai Mujhe.
Tere Sath Rehna Chahta Hoon Main.
Awaz mein meri Jo Asar Hai Tuo tu aa Jayegi.
Apni Awaz Ko ajmana Chahta Hoon Main.

Friday, 11 August 2017

K3 00177 खौफ (डर) (Khauf)

खौफ आता है देखकर तस्वीर भी उनकी सपने में।
सहम जाता है दिल मेरा ये सोच कर कि वह पराए नहीं अपने हैं।
सामने तो उनके जाने की बात हम सोच भी नहीं सकते।
डर जाते हैं हम जब कभी भी वह खुद हमसे बात करते हैं।
हमारी यही कोशिश होती है कि हम उनके सामने ही न जाएँ।
बदल लेते हैं अपना रास्ता अगर वह उस रास्ते पर नजर आएँ।
खुदा खुदा कर के साथ रहकर, उनसे दूर-दूर दिन काट रहे हैं।
हम और हमारा दिल ही जानता है क्या क्या हम सह रहे हैं ।
177 26 March 1990
Khauf Atta hair Dekh Kar  Tasveer bhi Unki Sapne Mein.
Seham Jata he Mera Dil Ye Soch kar ki Vo Paraaye  nahin Apne Hain.
Samne Tuo UnKe Jaane Ki Baat Hum Soch Bhi Nahi Sakte.
Darr Jaate Hain Hum Jab kabhi bhi Vo khud humse baat pe Kerte Hain.
Hamari Yahi koshish hoti hai ki hum unke Samne hai na aaye.
Bdal Lete Hai Hum Apna Rasta  Agar Vo us Raaste ,Per Nazar Aa Jayen.
Kuda Kuda Kar Ke Saath Reh Kar unse Dur Dur Din Kaat rahe hain.
Hum Aur Hamara Dil Hi Janta Hai Kya Seh Kar Reh rahe hain.

Thursday, 10 August 2017

K3 00156 कह दे वो दिल की बात (Keh De Wo Dil Ki Baat.)

अगर हैं मेरी आहों मैं असर,
तो ऐ खुदा उसे ले आ यहीं पर।
कह दे वो मुझसे दिल की बात,
ताकि जिंदगी मेरी न हो बर्बाद।
इक पल को चैन नहीं है मुझे,
ऐ खुदा क्या यही मंजूर है तुझे।
मेरा दिल यूँ ही तड़पता रहे,
याद में उसकी दिल ये जलता रहे।
हालत पे मेरी कुछ तो तरस खा,
ऐ खुदा उसे यहीं ले आ।
कह दे वो मुझसे दिल की बात,
ताकी जिंदगी मेरी न हो  बर्बाद।
156 16 Jan 1990
Agar Hai Meri Aahon Mein Asar
To a Khuda usse le aa Yahin Par.
Keh De Wo Mujhse Dil Ki Baat.
Taki Zindagi meri naa ho Barbad
Ik pal ko Chain Nahi Hai Mujhe.
Aye Khuda Kya Yehi Manzoor Hai Tujhe . Mera Dil YunHi  Tadapta rahe.
Yaad Mein uski Dil Yeh Jalta Rahe.
Halat pe Meri Kuch Toh Taras Kha.
Aye Khuda USe Yahin  Le AA.
Keh de vo Mujhse Dil Ki Baat.
Taaki Zindagi Meri Na Ho BarBaad.

Wednesday, 9 August 2017

K3 00157 वो सुबह कब आएगी (Vo Subha Kab Aaegi)

हर कोना जल उठा है मेरे दिल का।
लाल अंगारों सा हो गया है रंग इसका।
तड़प न जाने वो जिसके लिए ये जलता है।
मन में मेरे किस बेरहम का प्यार पलता है ।
भूल भी तो नहीं पाता हूँ उस ज़ालिम को।
रोकती है जो मुझे पाने से अपने साहिल को।
कैसे बढ़ा जा रहा था मैं मंज़िल की ओर।
न जाने कैसी नज़र पड़ गई मेरी उस ओर।
अब तो इस दिल पर चलता नहीं  जोर।
जाने कब होगी इस काली रात की भोर।
157 17Jan 1990
Har Kona Jal Uthta Hai Mere Dil Ka.
Lal angaron saa ho gaya hai Rang iska .
Tadap Na Jaane Woh, Jiske Liye Yeh Jalta hai.
Man Mein Mere kis de Berehm Ka Pyar palta Hai .
Bhool bhi toh nahi pata Hoon Us jaalim ko.
Rokti Hai Mujhe Pane Se apne Sahil ko.
Kaise Badha Ja Raha Tha Mein Manzil ki aur.
Na Jaane Kaise Nazar pad gayi meri us or.
Ab toh is Dil par Chalta Nahin Jor.
Jane Kab Hogi is Kali Raat Ki bhor

Tuesday, 8 August 2017

K3 00158 कहना चाहता हूँ दिल की बात ( Kehna Chahta Hoon Dil Ki baat)

क्यों नहीं खुद ही उसे कह देता तू।
कह दे, मैं तेरे दिल में रहना चाहता हूंँ।
बसा लो मुझे इस दिल में अपने।
ये सजाता है रहता, बस तुम्हारे ही सपने।
यूँ ही नहीं रहूंँगा मैं इसमें।
दिल दूँगा अपना, बदले में दिल के।
इजाज़त चाहता हूंँ,तेरे दिल में रहने की ।
कर पूरी तमन्ना, जो अधूरी है इक ज़माने की।
तेरे इश्क का रोग बुरा मुझे है लगा।
अब तू ही कुछ कर, इसकी दर्द ए दवा।
158 17Jan 1990
Kyun nahi Khud hi usse Keh deta tu.
Keh Do Mai Tere Dil Mein Rehna Chahta Hoon.
Basaa  Mujhe Is Dil Mein Apne.
Yeh Sajata he rehta hai bas Tumhare hi Sapne.
Yuhi nahin rahoonga main isme.
Dil Dunga apna Badle Mein Tumhain.
Ijazat Chahta Hoon Dil Mein Paas Tumhare Rehane ki.
Tamanna Meri Puri kar do Jo Adhuri hai ik Zamane Ki.
Tere Ishq Ka Rog Bura Mujhe hai Laga.
Ab Tu Hi Kuch Kar iski Dard e Dava.

Monday, 7 August 2017

K3 00159 करें कभी हमारी भी तारीफ़ वो (Karain Kabhi Hamari Bhi Tareef vo)

उनके लब से सुनकर तारीफ़ किसी और की।
दिल मेरा बहुत जलता है।
करें कभी तारीफ हमारी भी वो ।
दिल मेरा मचलता  है।
वो तो हमारी ओर कभी रुख़ करते ही नहीं।
हमारा तो हर दिन उनके ही मुख देख से निकलता है।
काश, वो हमारी मोहब्बत को जान पाते।
किस तरह उन्हें देख हमारा मन पिघलता है।
ज़माना जानता है हमें उनसे मोहब्बत है।
एक उनको ही ख़बर नहीं।
उन्हें दे पाएं कभी पैगाम ए मोहब्बत।
हमारा तो चलता जोर  नहीं।
159 30 Jan 1990
Unke Lab Se Sunkar Tareef Kisi Aur ki.
Dil Mera bahut Jalta Hai.
Karain Kabhi Hamari Bhi Taeef vo.
Dil Mera Machalta (karta )hai.
Vo to Hamari or kabhi rukh Karte Hi Nahin.
Hamara to har din Un key hi Mukh Se nikalta Hai.
Kaash ,Woh Hamari Mohabbat Ko Jaan paatay.
Kis Tarah Unahain dekh Hamara Man Pigalta hai.
Zamana Janta Hai Hame unse Mohabbat Hai.
Ek UnKo Hi Khabar Nahi
Unhain De Paayain Kabhi paigham E Mohabbat.
Hamara To Zor Chalta Nahi.

Sunday, 6 August 2017

K3 00160 जुस्तजू मेरी(Justju Meri)

जुस्तजू मेरी थी तुम मुझे चाहो।
पर तुम करते हो मोहब्बत किसी बेगाने से।
राज ए हकीकत मैं अब जान पाया हूंँ।
कि कुछ नहीं होता सिर्फ सपने सजाने से।
छीन लूंँ तुम्हें उस से तो ये तौहीन ए मोहब्बत होगी।
कहाँ हम चैन पाएंगे किसी के दिल में आग लगाने से।
मुकद्दर में मेरे ही शायद तुम्हारा प्यार नहीं था।
अब जान गए हम,
तुम अपने नहीं बेगाने थे।
बिस्मिल (घायल) हुआ मेरा दिल तो क्या हुआ।
राहत मुझे मिली है मरहम गैर के दिल पर लगाने से।
160 31 Jan 1990
Justju Meri Thi To Mujhe Tu CHahai.
Per tum karte ho Mohabbat Kisi Begaane se.
Raz e Haqeeqat Mein Ab Jaan Paaya Hoon.
Ki Kuch nahi hota sirf Sapne SJaane Se.
Agar main tumhe us se Cheenu Toh ye Toheen e Mohabbat Hogi.
Kahan Hum chain Payenge Kisi Ke Dil Mein Aag LagaNe Se.
Muqaddar Mein Mere he Shayad Tumhara Pyar Nahi Tha.
Ab Jaan Gaye Hum, Tum Apne nahi Begane the.
Bismil (Ghayal)Hua Mera Dil To Kya Hua.
Rahat Mujhe Mili Hai MarHum Gair Ke Dil Pe Lagane se.

Saturday, 5 August 2017

K3 00161 हम भी खुश हो लिए (Hum Bhi khush ho Liye)

गैरों के संग जश्न में वो शामिल हो लिए।
हमें छोड़ वो उनकी ही धुन में खो लिए।
हमारी ओर मुड़ के न देखा उन्होंने।
बुलाने की बात तो क्या कहिए।
हम भी कम न थे...
पहले मायूस हो अकेले बैठे हम भी।
मगर तभी एक साथी दिखा हमें भी।
हम भी संग उसके हो लिए।
साथी के साथ एक और साथी था।
हम भी उसकी बाहों में खो लिए।
हमने भी खुशी से जश्न ए मोहब्बत मनाया ।
हम भी खुश हो लिए।
कभी तो वो भी सोचेगा उनके बारे में,
जो सितम उसने हैं हमपे किए।
क्यों हम उनके गम में मर मर के जिएं,
जो किसी और के हो लिए।
हमने भी खुशी से जश्न ए मोहब्बत मनाया ।
हम भी खुश हो लिए।
161 8 Feb 1990
Gairon ke Sang Jashan vo  Shamil Ho Liye.
Hame Chod Vo Unki he Dhun me Kho Liye.
Hamari or Mud Ke Na Dekha Unhone.
Bhulane Ki Baat To Kya Kahiye.
Hum Bhi Kyun Kamm Rahain.
Pehle Toh Akele Baithe Hum maayoos Ho Liye.
Mager Tabhi Ek Sathi dikha Hame bhi,
Hum bhi sung unke ho Liye.
Sathi ke sath Ek Aur Sathi tha.
Hum bhi uski Bahon main kho Liye.
Humne bhi Khushi e' Mohabbat Jashan Manaya.
Hum Bhi khush ho Liye.
Kabhi Toh Vo Sochega  unke baare mein jo Sitam usne hain Hum pay kiye .
 Kyun Hum unke Gham mar mar k Jiyen  Jo Kisi Aur Ke Ho Liye
Humne bhi Khushi e' Mohabbat Jashan Manaya.
Hum Bhi khush ho Liye.

Friday, 4 August 2017

K3 00162 शिकवा शिकायत (Shikwa Shikayat)

उनका खत पढ़कर हम हैरान रह  गए।
जो था कहना चाहिए हमें उनको ,
वही वो हमें कह गए।
हम तो इसलिए चुप रहे कि,
होगा एहसास ए गम उनको हमारा।
मगर, वो तो उल्टी दरिया की तरह बह गए।
हमें अभिमानी कहा उन्होंने,
जो मैंने शिकवा न किया।
हम तो मन ही मन उनका दिया गम दे  सह गए।
शिकायत हमने दिल में ही रखी कि,
उन्हें एहसास खुद ही होगा।
मगर, एहसास की बात तो दूर,
वह हमसे ही शिकायत कर गए।
तमीज़ से हम बात नहीं करते उनसे,
वो कहते।।
मगर, हम तो, उनसे बात ही नहीं करते,
यह शायद वो भूल गए।
शायद एहसास ए गम में वो जलते हैं,
तभी तो उनसे रहा न गया।
अपनी बात छुपाने के लिए,
खुद ही शिकायत कर गए।
162 9 Feb 1990
Un ka Khat padh kar Hum hairaan Reh Gaye.
Jo Tha Kehna chahiye Hame unko, wahi wo Hame keh gae.
Hum Toh isliye chup rahe ki Hoga Ehsaas e gum Un ko Hamara.
Magar woh toh Ulti Dariya Ki Tarah Beh Gaye.
Hume abhimaani Kaha Unhonne, Jo  Maine Shikwa na kiya.
Hum Tuo man hi man Unka diya Gum Seh Gaye.
Shikayat Humne Dil Mein Hi Rakhi ki Unhain Ehsaas Khud Hi hoga.
 Magar Ehsaas ki baat toh door, wo Humse Hi Shikayat Kar Gaye.
Tameez Se Hum Baat nahi karte Unse, unhoNe Kaha.
Magar ,Hum To unse baat hi nahi karte,Ye vo Shayad bhool gaye.
Shayd ehsaas e Gum me Vo jalte Hain, Tabhi Toh Unse Raha Na Gaya.
Apni baat Chupane ke liye Khud hi Shikayat Kar Gaye.

Thursday, 3 August 2017

K3 00163 गम कम तो नहीं (Gum Kam To Nahin)

तुम कहते हो तुम्हें कोई गम नहीं।
फिर क्यों, तुम्हारे चेहरे पर पहली सी रौनक नहीं।
कैसे कह सकती हो तुम दुनिया बेरहम नहीं।
हम भी इसी में रहते हैं, जानते कोई हम तुमसे कम तो नहीं।
साथ हम भी इस दुनिया के ही जिए हैं।
गम जो भी इसने दिए, हँस-हँस के पिए हैं।
अभी भी हमारे जाम ए गम खाली तो नहीं।
जाम तो तुम्हें भी पीना ही पड़ेगा, कोई तुम साकी तो नहीं।
रोशन करती थी कभी किसी की चमक मेरे दिल को।
शोले सी भड़कती है आज, वही सुलगाती है मेरे दिल को।
आज भी मेरा दामन गम से खाली तो नहीं।
दूर हैं वो हमसे फिर भी, शोला ए गर्मी उनकी हुई कम तो नहीं।
आज भी उसी तरह तड़पाती है यह आग मुझे।
जल रही है मेरे सीने में अभी तक वो आग, 
हुई वह अभी तक कम तो नहीं।
163 11 Feb 1989
 Tum Kehte Ho Tumhe Koi Gham Nahi.
Phir Kyon Tumhare Chehre par paheli ki Ronak nahi.
Kaise keh sakti ho tum Duniya Mein Bereham nahi.
Hum Bhi Isi Mein Rehte Hain Jante Koi Hum Tum Se Kam To Nahi.
Saath Hum Bhi  Is Duniya Ke He Jiye Hain.
Gam jo bhi isne Diye
Hans hans ke piye hain.
Abhi bhi Hamare Jaam e Gham Khali To Nahi.
Jaam toh Tumhe bhi Peena Hi Padega, Tum Koi Saaki Tuo Nahi.
Roshan karti thi kabhi kisi ki Chamak Mere Dil Ko.
Sholay see bhadakti hai aaj wahi sulgaati hai Mere Dil Ko.
Aaj Bhi Mera Daman Gham Se Khali To Nahi.
Dur Hai Woh Humse Phir Bhi Shola e Garmi Umki Hui kam To Nahi.
Aaj Phir Usi tarhe Tadpati Hai Yeh Aag Mujhe.
Jal rahi hai Mere Seene Mein abhi tak veh aag ,Hui Veh abhi tak kam To Nahi

Wednesday, 2 August 2017

K3 00140 मिले जब बिछड़े यार (Mile Jab Bichde yaar)

मिले थे बिछड़े यार कल शाम को।
इस खुशी की शाम को चाहे, कुछ भी नाम दो।
कहते तो हैं इसी तरह अकसर मिला करेंगे।
क्या गुजरेगी जब मिल बैठेंगे दीवाने एक साथ।
कभी कभी ही मिलता है समां बैठने का एक साथ।
ख़्वाबों में तो अक़्सर मिलते हैं यार जब आते हैं पुराने दिन याद।
नहीं जानते थे, यूंँ होगी मुलाकात।
बातें यूँ होंगी, यूँ उमड़ेंगे जज़्बात।
दिल शांँत बैठा था कल शाम तक।
आज सभी कह रहे थे अपनी बात।
सबकी दीवानगी की कहानी हम सुनते रहे।
और बैठे रहे यूँ , जैसे हुई न हो कोई बात।
सबके चेहरों पर एक अलग ही खुशी की झलक थी।
जैसे ये झलक उनके चेहरे पर बरसों बाद आई हो।
बरसों बाद, मन को छू जाने वाली खुशी पाई हो।
नहीं चाहता था कोई, इस पल के बाद जुदाई हो।
मगर बिछड़ना पड़ा।
कौन रोक सकता है उसे, जो मंज़ूर ए खुदाई हो।
140 26Dec1989
Mile The Hamare Bichde yaar kal shaam ko.
Is Khushi ki shaam ko Chahe kuch bhi Naam Do.
Kehte hain abhi kabhi aur bhi iKathe Honge.
Kya gujregi Jab Mil baithenge Deewane Ek sath.
Kabhi kabhi hi Milta Hai sma Bethne ka ek sath.
Khwaboon me to Aksar Milti tai Raat Ko.
Nahi Janti The youn Hogi Mulakat.
Baat yun Hogi ,u n khuolenge Hum Apne Jazbaat ko.
Kitna Dil Shant Baitha tha kal shaam ko.
Jab SBhi Keh Rahe The Apni Apni Baat Ko.
Sab Ki Deewangi ki kahani Hum sunte Rahe.
Aur bethe Rahe Hum yun Jaise na koi  baat ho.
Sabke Chehre Pe Ek alag Khushi ki Jhalak thi.
Jaise Ye jhalak Un ke Chehre par Barso baad Aayi Ho.
Burson baad hi Man ko  Chu jane wali Khushi paaiHo.
Nahi Chahta tha Koi ki is pal ke baad Judai Ho
Mager bichdna Pada.
Kaun rok sakta hai usse Jo manjur e Khudai Ho.

Tuesday, 1 August 2017

469 अपनी अपनी राहें (Apni Apni Rahen)

राहे वफा में तुमने मेरा साथ ना दिया
मैं तड़पता रहा तेरी याद में और तूने मुझे भुला दिया
अपनी मंजिल को छोड़ मैं तेरे पीछे हो चला
तूने न जाने कब अपना कारवां बदल लिया
तेरी फकीरी देख सब ऐशो-आराम छोड़ दिए
अब क्या देखता हूं तूने पेशा ही बदल लिया
तेरे रंगों को जो मैं पहले से जानता तो
आज यह न कहता कि जिंदगी तूने मुझे धोखा दिया
अनजाने ही शायद मिल गए थे रास्ते
वक्त ने फिर सबको अपनी अपनी राहों में डाल दिया
6.10 pm 26 July 2017
Rahe Wafa Mein Tu Ne Mera Saath Na Diya
Main Tadap kar raha Teri Yaad Mein Aur Tune Mujhe Bhula Diya
Apni Manzil Ko Chod Mein Tere Piche Ho chala
Tu Na Jane Kab Apna karwa Badal liya
Teri fakiri date kab h o r Ram Chod Diye
Ab kya dekhta hoon Tu Ne Paisa Hai Badal liya
Tere Ranga konjum Mein Pahle Se Janta to
Aaj Main Na Kehta Zindagi Tune Mujhe dhoka diya
Anjane ki Shayad mil gaye they Raste
Waqt Ne Phir Sab Ko Apni Apni Rahon Mein daal Diya